नई दिल्ली।भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण (यूआईडीएआई) ने मंगलवार को नई सुविधा का एलान किया। इसके तहत अब कोई भी अपने आधार से जुड़े मोबाइल नंबर और ईमेल आईडी को सत्यापित कर सकता है। यह सुविधा अपनी वेबसाइट और मोबाइल एप दोनों में उपलब्ध होगी।
क्यों लिया गया यह फैसला?
दरअसल, आधार कस्टोडियन की जानकारी में यह बात लाई गई थी कि आजकल लोगों के पास एक से ज्यादा मोबाइल नंबर और ईमेल आईडी होती है। ऐसे में कुछ मामलों में लोगों को यह पता नहीं होता कि उनके मोबाइल नंबरों में से कौन सा मोबाइल नंबर उनके आधार से जुड़ा हुआ है। यही स्थिति ईमेल आईडी के साथ भी होती है। इसके समाधान के लिए यह सुविधा शुरू की गई है।
इस बात का था डर
दरअसल, कई बार गलत नंबर फीड होने की वजह से लोगों को यह चिंता सताती है कि कहीं उनका आधार ओटीपी किसी अन्य मोबाइल नंबर पर न चला जाए। अब इस सुविधा के जरिए लोग इसे आसानी से जांच सकते हैं। आधिकारिक वेबसाइट पर ‘वेरिफाई ईमेल/मोबाइल नंबर’ सुविधा के तहत इसका लाभ उठाया जा सकता है।
यूआईडीएआई ने एक बयान में कहा कि एमआधार एप के माध्यम से भी इस सुविधा का इस्तेमाल किया जा सकता है। यह सुविधा लोगों की इस बात की जानकारी देगी कि उनका ईमेल या मोबाइल नंबर केवल संबंधित आधार से जुड़ा हुआ है या नहीं? किसी विशेष मोबाइल नंबर के लिंक न होने की स्थिति में भी यह सुविधा लोगों को सचेत करेगी। इससे लोगों को यह जानने में मदद मिलेगी कि यदि वे चाहें तो मोबाइल नंबर को अपडेट करने के लिए आवश्यक कदम उठाएं।
ऐसे उठा सकेंगे लाभ
बयान में कहा गया कि यदि मोबाइल नंबर पहले से सत्यापित है, तो लोगों या निवासियों को एक मैसेज दिखाई देगा, जैसे- ‘आपके द्वारा दर्ज किया गया मोबाइल नंबर पहले से ही हमारे रिकॉर्ड से सत्यापित है।’ यदि किसी को नामांकन के दौरान दिया गया अपना मोबाइल नंबर याद नहीं है तो वह मोबाइल नंबर के अंतिम तीन अंकों को माईआधार पोर्टल या एमआधार एप पर ‘वेरिफाई आधार या सत्यापित आधार’ सुविधा पर देख सकते हैं। ईमेल और मोबाइल नंबर को आधार से जोड़ने के लिए लोगों को नजदीकी आधार केंद्र पर जाना होगा।