नईदिल्ली : आर्यन खान ड्रग्स केस एक बार फिर सुर्खियों में है। सीबीआई ने गुरुवार को क्रूज शिप ड्रग भंडाफोड़ मामले में समीर वानखेड़े को तलब किया है। सीबीआई ने नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो के पूर्व अधिकारी समीर वानखेड़े के खिलाफ कथित तौर पर शाहरुख खान के बेटे आर्यन खान को ड्रग्स-ऑन-क्रूज मामले में फंसाने के लिए 25 करोड़ रुपये की रिश्वत मांगने के आरोप में एफआईआर दर्ज की गई थी।
अधिकारियों ने जानकारी देते हुए कहा कि इस मामले में चार अन्य लोगों के साथ वानखेड़े के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है और वह गुरुवार को मुंबई में सीबीआई की टीम के सामने पेश हो सकते हैं।
ये है पूरा मामला
सोमवार को सार्वजनिक की गई प्राथमिकी के विवरण के अनुसार, स्वतंत्र गवाह के पी गोसावी और प्रभाकर सेल को वानखेड़े के निर्देश पर दो अक्तूबर, 2021 को कोर्डेलिया क्रूज शिप ड्रग छापे में नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो द्वारा शामिल किया गया था। गोसावी और उनके सहयोगी सनविले डिसूजा ने शाहरुख खान के बेटे आर्यन के परिवार के सदस्यों से 25 करोड़ रुपए वसूलने की साजिश रची।
प्राथमिकी में आरोप लगाया गया है कि उसे रिहा करने के लिए गोसावी और डिसूजा ने बातचीत कर राशि को घटाकर 18 करोड़ रुपये कर दिया और डील फाइनल हो गई थी। केवी गोसावी ने टोकन मनी के तौर पर 50 लाख रुपये लिया था। हालांकि, बाद में इसमें से कुछ हिस्सा वापस कर दिया गया।
समीर वानखेड़े के कहने पर गोवासी ने आर्यन खान को एनसीबी अधिकारी बनकर ऑफिस में धमकाया। एफआईआईर में कहा गया है कि समीर और अन्य अफसरों ने अपने कर्तव्य और ड्यूटी को भूलकर आरोपियों से फायदा उठाने की कोशिश की।
कॉर्डेलिया क्रूज जहाज पर छापे के बाद तीन अक्तूबर, 2021 को एनसीबी द्वारा औपचारिक रूप से गिरफ्तार किए गए आर्यन खान को 25 दिन जेल में बिताने के बाद बॉम्बे हाईकोर्ट ने 28 अक्तूबर को जमानत दे दी थी। लेकिन सबूत के अभाव में एनसीबी की चार्जशीट में आरोपियों की सूची में उनका नाम शामिल नहीं किया गया था।
25 करोड़ रुपये लेने की थी योजना
खबर है कि, ड्रग्स क्रूज मामले में एनसीबी के पूर्व जांच अधिकारी समीर वानखेड़े और उनके साथियों के खिलाफ एक एफआईआर में सीबीआई ने उनके खिलाफ 25 करोड़ रुपये की रिश्वत लेने के सबूत होने का जिक्र किया है। सीबीआई ने खुलासा किया कि स्वतंत्र गवाह केपी गोसावी ने कथित तौर पर आर्यन खान ड्रग्स मामले में आर्यन खान के परिवार से 25 करोड़ रुपये वसूलने की योजना बनाई थी।