छत्तीसगढ़

बिलासपुर : चोरी हुए 20 हजार रुपए, बरामद हो गए 42 लाख, ED-IT के डर से किसी अफसर के पैसे छिपाने का शक, महिला समेत 7 गिरफ्तार

बिलासपुर : छत्तीसगढ़ के बिलासपुर में चोरी और फिर रुपए बरामदगी का अजीबोगरीब मामला सामने आया है। वन विभाग में काम करने वाली एक महिला ने सिविल लाइन थाने में अपने घर से 20 हजार रुपए नगद और 1 लाख रुपए के गहने चोरी होने की रिपोर्ट लिखाई थी।

पुलिस ने चोरों को पकड़ा तो उनके पास से 42 लाख रुपए बरामद हो गए। चोर कह रहे हैं उन्होंने यह पूरी रकम उसी घर से चोरी की है तो महिला कह रही है, यह पैसे मेरे नहीं हैं। इसमें एक और चौंकाने वाली बात है कि इस चोरी की मास्टरमाइंड महिला की बड़ी बहन ही है। वह भी गिरफ्तार है। माना जा रहा है कि रुपए किसी अफसर के हैं, जिन्होंने महिला के यहां रखवाए होंगे।

SP संतोष सिंह ने मीडिया को जानकारी देते हुए बताया कि 21 तारीख को मंगला के अभिषेक विहार फेस 1 में रहने वाली सरोजनी साहू ने सिविल लाइन थाने में शिकायत दर्ज कराई थी कि वे परिवार के साथ वाटरपार्क गई थी। तभी उनके घर चोरी हुई। सरोजनी पहले वन विभाग में नौकरी करती थी और फिर वहीं छोटे-मोटे ठेके लेने लगी थी। चोरी की सूचना मिलने पर पुलिस ने मामले की जांच शुरू की। महिला ने बताया था कि घर से 20 हजार रुपए नगद और एक लाख रुपए कीमत के गहने चोरी हुए थे।

CCTV फुटेज में दिखे चोर
पुलिस की टीम ने सरोजनी के घर के आसपास के सीसीटीवी फुटेज की जांच की, तब 3 युवक एक नीले रंग की बिना नंबर की बाइक में बैग लेकर जाते दिखाई दिए। ये युवक रतनपुर की ओर गए थे। इसी रास्ते में पुलिस की एसीसीयू की टीम गई और सेलर के पास बाइक पर सूरज विश्वकर्मा, विशु श्रीवास और किशोरी लाल बंजारे। विशु श्रीवास अपने कंधे में एयर बैग लटकाया हुआ था। तलाशी लेने पर बैग के अंदर 25 लाख रूपए व सोने चांदी के आभूषण बरामद किए गए। इन लोगों ने स्वीकार किया कि यह चोरी उन्होंने सरोजनी के घर से की है।

फिर साजिश का खुलासा

तीनो आरोपियों ने बताया कि नगपुरा का शिवदीप तिवारी हमारे पास आया और बोला की तुम लोगों को कुछ दिन चोरी का पैसा रखना है जिसके एवज में तुम लोगो को एक-एक लाख दूंगा। इसके बाद शिवदीप ने इनको बाइक और रुपयों से भरा बैग दे दिया। पुलिस ने शिवदीप तिवारी को हिरासत में लेकर पूछताछ की। वो पहले इंकार करता रहा पर कडाई से पूछताछ करने पर टूट गया और बताया कि प्रार्थीया सरोजनी साहू की सगी बहन रुकमणी साहू इस चोरी की मास्टरमाइंड है। उसी ने बताया कि उसकी बहन वन विभाग से अनाप शनाप पैसा कमा रही है। इस समय भी उसके यहां एक करोड़ रुपए रखा है। उसे चोरी करना है।

फिर मिला नोटों का जखीरा
इसके बाद पुलिस ने रुकमणी साहू को गिरफ्तार कर लिया। उसने बताया कि उसकी बहन वन विभाग के अधिकारियों का पैसा रखती थी। इसकी जानकारी होने पर उसने बहन के यहां चोरी करने की योजना बनाई और अपने परिचित के युवकों को शामिल किया। पुलिस ने रुकमणी के यहां से भी रुपए बरामद किए। अब तक पुलिस 42 लाख रुपए और गहने बरामद कर चुकी है।

अब प्रार्थी बोली रुपए मेरे नहीं हैं
रुपयों के बंडल बरामद होने व आरोपियों से पूछताछ के बाद पुलिस ने सरोजनी साहू से पूछताछ की। तब उसने सीधे तौर पर रुपयों को अपना होने से इंकार कर दिया। उसने कहा कि उसके घर से इतनी बड़ी मात्रा में रुपए चोरी ही नहीं हुए हैं। ऐसे में बरामद रुपयों को धारा 102 के तहत संदिग्ध मानकर पुलिस अलग से जांच कर रही है। एसपी संतोष सिंह ने कहा कि आगे इस मामले की जांच में बड़ा खुलासा होने की उम्मीद है।

65 लाख की चोरी, दो अब भी हैं फरार
एसपी संतोष कुमार ने बताया कि महिला ठेकेदार की बहन रुकमणी साहू ने शिवदीप तिवारी, शिवनारायण साहू और गोलू कश्यप सहित अन्य युवकों के साथ मिलकर चोरी की योजना बनाई। इसके अनुसार चोरी करने वाले तीन आरोपियों को पुलिस के सामने गिरफ्तारी दिखानी थी। लेकिन, जब मामला खुला, तब पूरा गिरोह सामने आ गया। ऐसे में शिवनारायण और गोलू साहू एक बैग में रुपए लेकर फरार हो गए हैं। पुलिस उनकी तलाश कर रही है। इस बैग में 20 लाख रुपए हैं।

पुलिस को दिया ऑफर फिर भी नहीं बनी बात
पुलिस अफसरों ने बताया कि इस पूरे मामले का पर्दाफाश होने पर आरोपी पक्ष और ठेकेदार महिला ने पुलिस को ऑफर किया कि रुपयों की जब्ती शो न की जाए। भले ही रुपयों को वो आपस में मिलकर बांट लें। उन्हें सिर्फ एफआईआर में दर्ज रुपए और गहने ही लौटा दें। ऐसा इसलिए कहा जा रहा था ताकि, बरामद रुपयों की जांच न हो सके। लेकिन, पुलिस अफसरों ने इस ऑफर को ठुकरा दिया।

कहां से आया पैसा, जांच कर रही पुलिस
एसपी संतोष कुमार ने बताया कि ठेकेदार महिला के इंकार करने के बाद अब पुलिस जांच कर रही है। फिलहाल, वह अभी आरोपी नहीं है। लेकिन, जांच के दौरान यह पता लगाया जाएगा कि इतनी बड़ी मात्रा में रुपए कहां से और कैसे आया।