रायपुर : जनता कांग्रेस प्रमुख अमित जोगी तेलंगाना की पार्टी भारत राष्ट्र समिति (BRS) के साथ गठबंधन कर सकते हैं। इस नई सियासी पार्टी की प्रदेश के सियासी रण में एंट्री हो सकती है। अमित जोगी गुरुवार को हैदराबाद रवाना हो गए। खबर है कि वो तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव से मुलाकात करने गए हैं।
इसी साल फरवरी के महीने में भी अमित जोगी और केसीआर की मुलाकात हो चुकी है। जानकार मानते हैं कि ये भी संभव है कि अमित जोगी, कुछ अन्य दलों के साथ भी गठबंधन करें पिछला विधानसभा चुनाव जनता कांग्रेस ने बसपा के साथ लड़ा था।
अमित जोगी ने हैदराबाद रवाना हाेने से पहले एक चिट्ठी अपनी पार्टी जनता कांग्रेस के कार्यकर्ताओं के नाम लिखी थी। इसमें जोगी ने उल्लेख किया था कि इस सप्ताह पार्टी के सियासी भविष्य को लेकर फैसला होगा, जो भी फैसला होगा साथ दें। अब हैदराबाद दौरे के बाद जनता कांग्रेस जल्द ही गठबंधन का ऐलान कर सकती है।
चिट्ठी लिखकर खुद दिया संकेत
अमित जोगी ने अपनी चिट्ठी में लिखा-पापा के रहते और पापा के जाने के बाद आप लोगों ने कठिन समय में जोगी परिवार का साथ नहीं छोड़ा। पार्टी और परिवार में बने रहे। साथ खाए, साथ हंसे, साथ रोए. मेरे पास शब्द नहीं हैं। गठबंधन, विलय के सारे विकल्पों पर हमने साथ काम किया है । बहुत साफ है अगर मेरा राजनीतिक भविष्य उज्जवल है तो आप लोगों का भी होगा। दोनों राष्ट्रीय दलों से टक्कर लेने हमें संसाधन, सामर्थ्य, चेहरा और रोल मॉडल की आवश्यकता होगी। मिलकर छत्तीसगढ़ में 2023 में अपनी सरकार बनाएंगे।
KCR ही क्यों
अमित जोगी लगातार तेलंगाना के CM के संपर्क में रहे हैं। दूसरी तरफ के चंद्रशेखर राव पिछले काफी समय से तेलंगाना के पड़ोसी राज्यों के नेताओं से मिल रहे हैं। वो अपनी पार्टी भारत राष्ट्र समिति को राष्ट्रीय स्तर पर फैलाना चाहते हैं। इसलिए अमित जोगी और केसीआर की मुलाकात को राज्य के आने वाले चुनाव को ध्यान में रखकर देखा जा रहा है। हाल ही में ओडिशा के पूर्व मुख्यमंत्री गिरिधर गमांग बीआरएस में शामिल हो चुके हैं, महाराष्ट्र के पूर्व सांसद छत्रपति संभाजीराजे से केसीआर की मुलाकात हुई है, संभाजीराजे छत्रपति शिवाजी के वंशज हैं। अमित जोगी कई मौकों पर जनता कांग्रेस के विलय की बात को नकार चुके हैं, इसलिए आगामी चुनावी मैदान में जनता कांग्रेस टिकी रहे इसके लिए गठबंधन एक विकल्प है।
कौन हैं KCR
के. चंद्रशेखर राव देश के 29वें राज्य बने तेलंगाना के पहले मुख्यमंत्री हैं। आंध्र प्रदेश से अलग कर तेलंगाना राज्य के गठन के लिए लंबे समय तक आंदोलन चलाने वाली पार्टी तेलंगाना राष्ट्र समिति के वह अध्यक्ष भी हैं। 2 जून, 2014 को उन्होंने तेलंगाना के राजभवन में सीएम के पद की शपथ ली थी। इसी दिन सूबे का गठन भी हुआ था। 17 फरवरी, 1954 को तत्कालीन आंध्र प्रदेश के मेडक जिले में रघुवर राव और वेंकटम्मा के घर जन्मे केसीआर ने स्वतंत्रता सेनानी केशव राव की बेटी शोभा से शादी की थी।
जनता कांग्रेस की सियासी परिस्थिती
छत्तीसगढ़ के पहले CM दिवंगत अजीत जोगी ने कांग्रेस से अलग होकर, 23 जून 2016 को जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़-JCCJ नाम से एक नई पार्टी बना ली। 2018 के विधानसभा चुनाव में JCCJ ने बहुजन समाज पार्टी के साथ गठबंधन किया। इस गठबंधन ने 7 सीटें जीतीं, जिसमें से पांच अकेले जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ के पास थीं। कई सीटों पर पार्टी के प्रत्याशी दूसरे स्थान पर रहे। मई 2020 में जनता कांग्रेस विधायक अजीत जोगी का निधन हो गया।
मरवाही में उपचुनाव हुए कांग्रेस जीत गई। उसके बाद खैरागढ़ विधायक देवव्रत सिंह के निधन के बाद खैरागढ़ में उपचुनाव हुआ वहां भी कांग्रेस जीत गई। विधायक धर्मजीत सिंह के साथ आपसी विवाद की वजह से उन्हें जनता कांग्रेस से निकाल दिया गया। विधायक प्रमोद साहू धर्मजीत के साथ ही रहते हैं। जनता कांग्रेस के कार्यक्रमों में नहीं दिखते। अब वर्तमान में एक ही विधायक जनता कांग्रेस के साथ है और वो खुद दिवंगत अजीत जोगी की पत्नी डॉ. रेणु जोगी ही हैं।