नई दिल्ली। वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप का काउंटडाउन शुरू हो चुका है। 7 जून से द ओवल के मैदान पर भारतीय टीम को खिताबी मुकाबले में ऑस्ट्रेलिया से भिड़ना है। भारत की ओर से डब्ल्यूटीसी फाइनल में विराट कोहली और चेतेश्वर पुजारा के प्रदर्शन पर हर किसी की निगाहें रहने वाली हैं। कोहली की हालिया फॉर्म जोरदार चल रही है, तो पुजारा लंबे समय से काउंटी क्रिकेट में रंग जमा रहे हैं। हालांकि, कोहली और पुजारा के बीच भी एक बड़े रिकॉर्ड को तोड़ने को लेकर होड़ देखने को मिलेगी। यह रिकॉर्ड किसी और का नहीं, बल्कि हेड कोच राहुल द्रविड़ का ही होगा।
दरअसल, ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टेस्ट क्रिकेट में सर्वाधिक रन बनाने के मामले में राहुल द्रविड़ अभी तीसरे नंबर पर मौजूद हैं। द्रविड़ ने कंगारुओं के खिलाफ खेली 60 पारियों में 2143 रन जड़े हैं। इस रिकॉर्ड को तोड़ने के सबसे करीब पुजारा खड़े हैं। पुजारा ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेले 24 टेस्ट मैचों की 43 पारियों में कुल मिलाकर 2033 रन बनाए हैं। यानी डब्ल्यूटीसी फाइनल में अगर पुजारा 110 रन बनाने में सफल रहे, तो वह द्रविड़ को पीछे छोड़ देंगे।
दूसरी ओर, विराट कोहली ने टेस्ट क्रिकेट में कंगारू टीम के खिलाफ 24 टेस्ट मैच की 42 पारियों में 1979 रन बनाए हैं। विराट पुजारा से 54 और द्रविड़ से 163 रन पीछे चल रहे हैं। ऐसे में वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल में अगर कोहली 164 रन बनाने में कामयाब रहते हैं, तो वह हेड कोच से आगे निकल जाएंगे।
ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ क्रिकेट के सबसे लंबे फॉर्मेट में सबसे ज्यादा रन बनाने का रिकॉर्ड सचिन तेंदुलकर के नाम है। सचिन ने कंगारू टीम के खिलाफ खेले 39 मैचों की 74 पारियों में 3,630 रन बनाए हैं। इस दौरान मास्टर ब्लास्टर के बैट से 11 शतक और 16 अर्धशतक निकले हैं।