नईदिल्ली : भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) ने पूर्व चीफ सिलेक्टर चेतन शर्मा के हटने के बाद किसी को इस पद के लिए नियुक्त नहीं किया है. एक न्यूज़ चैनल के स्टिंग ऑपरेशन के बाद चेतन शर्मा ने मुख्य चयनकर्ता के पद से इस्तीफा दे दिया था. मौजूदा वक़्त में शिव सुंदर दास को टीम इंडिया का अंतरिम मुख्य चयनकर्ता नियुक्त किया गया है. रिपोर्ट्स में बताया गया है कि पूर्व भारतीय खिलाड़ी वीरेंद्र सहवाग से चीफ सिलेक्टर्स बनने को लेकर बात की गई है.
सहवाग से चयन समिति में नॉर्थ जोन का प्रतिनिधित्व करने और चेतन शर्मा की जगह टीम इंडिया के मुख्य चयनकर्ता के रूप में नियुक्त करने के लिए कहा गया, लेकिन कम सैलरी के चलते सहवाग चीफ सिलेक्टर बनने के लिए इसलिए दिलचस्पी नहीं दिखा रहे हैं.
गौर करने वाली बात है कि बीसीसीआई की ओर से सिलेक्शन कमेटी के चीफ को सालान 1 करोड़ रुपये की सैलरी दी जाती है, जबकि कमेटी के बाकी चार सदस्यों को 90 लाख रुपये सालाना दिए जाते हैं.
इससे पहले सहवाग ने खुलासा करते हुए बताया था कि बीसीसीआई ने उन्हें मुख्य कोच बनाने के लिए दिलचस्प दिखाई थी, लेकिन बाद में यह रोल अनिल कुंबले को दिया गया था. वहीं इस मामले की जानकारी रखने वाले एक सोर्स ने बताया कि सहवाग कम सैलरी के चलते मुख्य सिलेक्टर के पद को नकार सकते हैं.
बीसीसीआई के अधिकारी ने न्यूज़ एजेंसी ‘पीटीआई’ से बात करते हुए कहा, “सीओए के समय वीरू को मुख्य कोच पद के लिए आवेदन करने के लिए कहा गया था और फिर यह अनिल कुंबले के पास गया. यह संभावना नहीं है कि वह खुद अप्लाई करेंगे और वेतन पैकेज भी ऐसा कुछ नहीं है जो उसके कद के किसी व्यक्ति के लिए वित्तीय रूप से व्यवहार्य होगा.”
सोर्स ने आगे कहा, “ऐसा नहीं है कि बीसीसीआई चयन समिति के अध्यक्ष को कम से कम 4-5 करोड़ रुपये का भुगतान नहीं कर सकता. यह वास्तव में हितों के टकराव के इन मुद्दों में से कई को हल कर सकता है जो प्रमुख खिलाड़ियों को चयन समिति में आने के बारे में सोचने से भी रोकते हैं.”