बरेली : उत्तर प्रदेश के एक बच्चे का गलत तरीके से ऑपरेशन करके खतना करने का मामला सामने आने के बाद राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग (NCPCR) ने पुलिस को नोटिस जारी किया है. यूपी के बरेली में एक निजी अस्पताल में डॉक्टर पर हिंदू बच्चे का खतना करने का आरोप लगा है. परिजनों ने पुलिस में जबरन खतना कर धर्म परिवर्तन करने का भी गंभीर आरोप लगाया है.
राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग के अध्यक्ष प्रियांक कानूनगो ने ट्वीट करते हुए कहा कि परिजनों की शिकायत पर अभी तक पुलिस ने कोई शिकायत दर्ज नहीं की है. रिपोर्ट के मुताबिक, बच्चे का खतना करने के बाद पीड़ित परिवार ने पुलिस में शिकायत की. जिस पर कोई संज्ञान नहीं लिया गया.
खबर के मुताबिक, बरेली में एक हिंदू परिवार अपने बच्चे की जीभ का ऑपरेशन करवाने बारादरी थाना के अंतर्गत आने वाले डॉ. एम. खान हॉस्पिटल पहुंचा था. मगर, डॉक्टर ने मां-बाप को जानकारी दिए बिना ही बच्चे का खतना कर दिया. अपने बच्चे का खतना देखकर परिवार वाले सकते में आ गए. इसके बाद उन्होंने अस्पताल में हंगामा शुरू कर दिया.
बाल अधिकार आयोग ने संज्ञान लिया
वहीं, बच्चे का गलत तरीके से खतना करने पर राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग ने संज्ञान ले लिया है. कमीशन खतना करने वाले डॉक्टर के खिलाफ कार्रवाई करने की योजना बना रहा है. कमीशन ने इसकी शिकायत बरेली पुलिस से भी कर दी है.
आयोग के अध्यक्ष प्रियांक कानूनगो का ट्वीट
मामले की शिकायत राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग को मिलने के बाद आयोग के अध्यक्ष प्रियांक कानूनगो ने एक ट्वीट करके कहा, “उत्तरप्रदेश के बरेली जिले में डॉक्टर जावेद खान द्वारा एक बच्चे का गलत ऑपरेशन करके बच्चे व बालक की अनुमति के बिना उसका खतना कर देने की शिकायत प्राप्त हुई है.”
बरेली पुलिस को नोटिस
प्रियांक कानूनगो ने ट्वीट में आगे कहा, “इस मामले में शिकायती ने बताया है कि उसके आवेदन के आधार पर एफआईआर दर्ज नहीं की जा रही है. कार्यवाही करने के लिए राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग बरेली पुलिस को नोटिस करने जा रहा है.”
जबकि, आरोपी डॉक्टर जावेद खान ने कहा है कि बीते रविवार को परिवार बच्चे को लेकर आया था, जिसे यूरिन इन्फेक्शन हुआ था. इसके बाद उनको सोमवार को बुलाया गया, लेकिन वो लोग शुक्रवार को आए और उनसे कंसल्ट लेकर सर्जरी की गई. डॉक्टर ने कहा कि हम ऑपरेशन कराने नहीं आए थे. उन्होंने जो आरोप लगाए हैं वो एकदम गलत हैं.