नई दिल्ली। भारत और वेस्टइंडीज के बीच टेस्ट सीरीज का आगाज 12 जुलाई से होने जा रहा है। वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल में ऑस्ट्रेलिया के हाथों मिली हार को भुलाकर टीम इंडिया कैरेबियाई दौरे पर अपना दमखम जरूर दिखाना चाहेगी। वहीं, हर किसी की निगाहें विराट कोहली के प्रदर्शन पर भी टिकी होंगी। विराट को वेस्टइंडीज की धरती बेहद रास आती है और उनका बल्ला जमकर बोलता है। पूर्व भारतीय कप्तान के पास पहले ही टेस्ट में वीरेंद्र सहवाग और रवि शास्त्री को खास मामले में पीछे छोड़ने का भी सुनहरा मौका होगा।
रवि शास्त्री से आगे निकलेंगे कोहली
दरअसल, वेस्टइंडीज के खिलाफ टेस्ट क्रिकेट में सर्वाधिक रन बनाने के मामले में विराट कोहली रवि शास्त्री से बहुत पीछे नहीं हैं। विराट ने कैरेबियाई टीम के खिलाफ क्रिकेट के सबसे लंबे फॉर्मेट में 14 मैचों में खेली 19 पारियों में 822 रन कूटे हैं, तो शास्त्री के नाम 33 पारियों में 847 रन दर्ज हैं। यानी पहले टेस्ट में अगर कोहली दोनों पारियों को मिलाकर सिर्फ 26 रन बनाने में सफल रहते हैं, तो वह रवि शास्त्री को पीछे छोड़ देंगे।
सिर्फ रवि शास्त्री ही नहीं, बल्कि विराट के पास वीरेंद्र सहवाग से भी आगे निकलने का शानदार मौका होगा। वीरू ने कैरेबियाई टीम के खिलाफ खेली 17 पारियों में 58 की औसत से 888 रन बनाए हैं। यानी कोहली को सहवाग को पीछे छोड़ने के लिए 67 रन बनाने होंगे। वेस्टइंडीज में कोहली का रिकॉर्ड देखते हुए यह काम उनके लिए ज्यादा मुश्किल नजर नहीं आता है।
विराट कोहली को वेस्टइंडीज की सरजमीं काफी रास आती है। टेस्ट क्रिकेट में विराट ने कैरेबियाई देश में दो शतक ठोके हैं, तो 5 फिफ्टी भी उनके बल्ले से निकली है। टेस्ट से भी ज्यादा बेमिसाल रिकॉर्ड विराट का वनडे में रहा है। एकदिवसीय क्रिकेट में कोहली वेस्टइंडीज के खिलाफ 15 मैचों में मैदान पर उतरे हैं और उन्होंने 71 की लाजवाब औसत से 790 रन ठोके हैं। इस दौरान उनके बल्ले से 4 सेंचुरी और 3 फिफ्टी आई है।