छत्तीसगढ़

मूसेवाला हत्याकांड में NIA का बड़ा खुलासा, पाकिस्तान से आए थे हत्या में इस्तेमाल हथियार

नईदिल्ली : गायक और राजनेता सिद्धू मूसेवाला के हत्याकांड को लेकर राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने बड़ा खुलासा किया है. एनआईए के मुताबिक, मूसेवाला की हत्या में जिन हथियारों का इस्तेमाल किया गया था, वो पाकिस्तान नागरिक ने सप्लाई किए गए थे. जिस शख्स ने इन हथियारों को बिश्नोई गैंग तक पहुंचाया था, उसकी पहचान हामिद के तौर पर की गई है. अधिकारियों का कहना है कि मूसेवाला हत्याकांड में एक पाकिस्तानी शख्स की पहली बार साफ-साफ भूमिका सामने आई है. 

NIA जांच में सामने आई ये बड़ी बातें
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, पाकिस्तानी शख्स हामिद ने मूसेवाला की हत्या से पहले दुबई में लॉरेंस बिश्नोई गैंग के हथियार सप्लाई करने वाले शाहबाज अंसारी से भी मुलाकात की थी और बिश्नोई के कनाडा स्थित करीबी गैंगस्टर ​​​​गोल्डी बरार के साथ अपने करीबी संबंधों के बारे में उसे बताया था. एनआईए की जांच में यह भी सामने आया कि गिरफ्तार आरोपी शाहबाज अंसारी ने कई बार दुबई का दौरा किया और इन यात्राओं के दौरान वह एक फैजी खान के संपर्क में आया, जो एक पाकिस्तानी नागरिक है. फैजी खान दुबई में हवाला ऑपरेटर के रूप में काम करता है.

एजेंसी का कहना है कि फैजी खान ही वो शख्स है जिसने शाहबाज अंसारी को हामिद से मिलवाया जो कि हथियारों की तस्करी भी करता है. हामिद ने शाहबाज अंसारी को यह जानकारी दी कि ​​​​सिद्धू मूसेवाला की हत्या के लिए हम गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई को असॉल्ट राइफल और अन्य हथियार की आपूर्ति करने जा रहे हैं. हामिद ने कहा कि वे गोल्डी बरार के संपर्क में हैं और कई बार उसे हथियार मुहैया करा चुके हैं. जांच में यह भी सामने आया कि मूसेवाला की हत्या में इन्हीं हथियारों का इस्तेमाल किया गया था. मालूम हो कि पिछले साल 29 मई को पंजाब के मनसा में असॉल्ट राइफलों और पिस्तौल से मूसेवाला की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. घटना से एक दिन पहले ही पंजाब सरकार ने उनकी सुरक्षा वापस ले ली थी. गोल्डी बरार ने इस हत्या की जिम्मेदारी ली थी.