नईदिल्ली : ओडिशा के बालासोर में हुई दर्दनाक ट्रेन दुर्घटना को लेकर रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने मानसून सत्र के दौरान संसद में जवाब दिया है. राज्यसभा सांसद डॉ. जॉन ब्रिटास की ओर से पूछ गए सवाल का जवाब देते हुए रेल मंत्री ने कहा कि सिग्नलिंग सर्किट चेंज में खामियों के कारण दुखद बालासोर रेल दुर्घटना हुई जिसमें 295 यात्री मारे गए.
रेल मंत्री ने यह भी बताया कि 41 मृतकों की अभी तक पहचान नहीं हो पाई है. मंत्रालय ने कहा कि रेलवे सुरक्षा आयुक्त ने अपनी जांच रिपोर्ट सौंप दी है और दुर्घटना का कारण कुछ इस प्रकार है-
रेल मंत्री ने दिया घटना का विवरण
उन्होंने कहा, “टक्कर पिछले दिनों नॉर्थ सिग्नल गुमटी (स्टेशन के) पर किए गए सिग्नलिंग-सर्किट-परिवर्तन में हुई खामियों के कारण और साथ ही स्टेशन के गेट नंबर 94 के लेवल क्रॉसिंग और इलेक्ट्रिक लिफ्टिंग बैरियर के बदलाव से संबंधित सिग्नलिंग वर्क के दौरान हुई थी.”
उन्होंने आगे बताया, “इन खामियों के परिणामस्वरूप ट्रेन नंबर 12841 को गलत सिग्नल मिला, जिसमें अप होम सिग्नल ने स्टेशन की अप मुख्य लाइन पर रन-थ्रू मूवमेंट के लिए हरे सिग्नल का संकेत दिया लेकिन अप मेन लाइन को अप लूप लाइन (क्रॉसओवर 17 ए/बी) से जोड़ने वाला क्रॉसओवर अप लूप लाइन पर सेट किया गया था. गलत सिग्नलिंग के परिणामस्वरूप ट्रेन नंबर 12841 अप लूप लाइन पर चली गई और आखिर में वहां खड़ी मालगाड़ी (नंबर एन/डीडीआईपी) से पीछे से टकरा गई.”
राज्यसभा में पूछा गया सवाल
दरअसल, रेल मंत्री राज्यसभा में भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी) नेता जॉन ब्रिटास और आम आदमी पार्टी (आप) नेता संजय सिंह के सवालों का जवाब दे रहे थे. ब्रिटास और सिंह ने सरकार से ये स्पष्ट करने को कहा था कि क्या रेलवे सुरक्षा आयुक्त (सीआरएस) ने दुर्घटना के संबंध में अपनी रिपोर्ट सौंपी थी और क्या उन्होंने केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) जांच के लिए कोई समय सीमा तय की थी.