छत्तीसगढ़

पाकिस्तान में भी बाबर नाम का कारीगर बना रहा राम मंदिर, जानिए कब तक हो जाएगा तैयार?

नईदिल्ली : अयोध्या में मंदिर बनने के बाद अब पाकिस्तान में भी राम मंदिर का निर्माण हो रहा है। इस मंदिर का निर्माण स्थानीय लोग मिलकर कर रहे हैं। पाकिस्तान के व्लॉगर माखन राम जयपाल ने अपने यूट्यूब चैनल पर इसकी जानकारी दी है।

माखन राम जयपाल के मुताबिक ये राम मंदिर पहले से मौजूद एक राम मंदिर के बगल में बनाया जा रहा है। नए मंदिर बनाने की वजह पुराने मंदिर का जर्जर होना है। वीडियो में स्थानीय लोग बता रहे हैं कि ये पूरे पाकिस्तान में एकलौता राम मंदिर है जहां अभी भी पूजा होती है।

ये राम मंदिर सिंध प्रांत के इस्लामकोट में बन रहा है। यहां पर करीब 400 सालों से राम मंदिर है मगर ये अब बहुत जर्जर हालत में है। यही वजह है कि दूसरे मंदिर के निर्माण की जरूरत पड़ी है। दिलचस्प बात ये है कि इस मंदिर को बनाने का ठेका बाबर नाम के शख्स ने लिया है। बाबर अपने भाई जुल्फिकार की मदद से इस मंदिर का काम देख रहे हैं।

इस मजदूर के निर्माण में लगे सारे मजदूर मुस्लिम हैं। अगले 6 महीने में इस मंदिर के बन जाने की उम्मीद है। इसके बाद पुराने राम मंदिर में मौजूद मूर्तियों को नई वाली मंदिर में शिफ्ट कर दिया जाएगा। पुराने मंदिर में राम, लक्ष्मण, सीता और हनुमान की मूर्तियां हैं।मंदिर बना रहे जुल्फिकार और बाबर ने व्लॉग में बताया है कि वे इस्लामकोट में संत नेनुराम आश्रम भी बना चुके हैं। इस आश्रम की भी पाकिस्तान के हिंदू समुदाय में काफी प्रतिष्ठा है। ये आश्रम करीब 10 एकड़ जमीन पर फैला हुआ है, इसमें मंदिर और एक बड़ा सा विश्राम स्थल भी है।

पाकिस्तान में आजादी से पहले बने अनेक मंदिर हैं। हालांकि ज्यादातर अब देखरेख की कमी के चलते खराब हालात में हैं। एक रिपोर्ट के मुताबिक अब पाकिस्तान में बस 20 के करीब मंदिर बच गए हैं। पाकिस्तान के सिंध क्षेत्र में सबसे ज्यादा 11 मंदिर हैं। इसके अलावा पंजाब, खैबर पख्तूनख्वा और बलूचिस्तान में भी कुछ मंदिर हैं।साल 2020 में पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान ने इस्लामाबाद में भगवान श्री कृष्ण का मंदिर बनाने की अनुमति दी थी। इस मंदिर का निर्माण शुरू ही हुआ था कि कुछ कट्टरपंथी लोगों ने मंदिर पर हमला बोल दिया। मुस्लिम कट्टरपंथियों के भारी दबाव के बाद इमरान खान की सरकार ने मंदिर निर्माण का काम रोक दिया था।