नईदिल्ली : मार्च 2012 के बाद से केन विलियमसन टेस्ट क्रिकेट में पहली बार रन आउट हुए। नेपियर में जिम्ब्बावे के खिलाफ आखिरी बार वह इस बदकिस्मत अंदाज में पवेलियन लौटे थे। अब ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पहले टेस्ट के दूसरे दिन वह साथी बल्लेबाज विल यंग से टकरा गए। रन चुराने के चक्कर में केन विलियसन को बिना खाता खोले पवेलियन लौटना पड़ा।
दरअसल, न्यूजीलैंड के बल्लेबाज केन विलियमसन बेसिन रिजर्व में उस वक्त विचित्र तरीके से रन आउट हुए जब स्कोर 12-1 था। बॉलर मिचेल स्टार्क के खिलाफ दोनों बल्लेबाज सिंगल चुराना चाहते थे, शॉट खेलने के बाद केन विलियमसन गेंद देख रहे थे और उसी तरफ से दौड़ रहे यंग उनसे टकरा गए। मिड-ऑफ पर फील्डिंग कर रहे मार्नस लाबुशेन ने गेंद को सीधे स्टंप्स पर फेंक दिया और ऑस्ट्रेलिया को दूसरी सफलता मिली।
न्यूजीलैंड की पूरी पारी 43.1 ओवर में 179 रन पर सिमट चुकी थी। ऑस्ट्रेलिया अपनी पहली पारी के स्कोर 383 रन के आधार पर 204 रन की लीड ले चुका था। न्यूजीलैंड के लिए ग्लेन फिलिप्स ने 70 गेंद में 71 रन की पारी खेली, उन्हें नौवें नंबर पर उतरे मैट हेनरी (34 गेंद में 42 रन) का अच्छा साथ मिला। न्यूजीलैंड के चार बल्लेबाज 0 के स्कोर पर पवेलियन लौटे। कुल सात खिलाड़ी डबल डिजिट तक भी नहीं पहुंच पाए। ऑस्ट्रेलिया के लिए स्पिनर नाथन लियोन ने सबसे ज्यादा चार विकेट चटकाए। इससे पहले कैमरून ग्रीन के दूसरे शतक के बूते ऑस्ट्रेलिया ने खराब शुरुआत के बावजूद 383 रन का विशाल स्कोर खड़ा किया। कैमरून ग्रीन ने 174 रन की नाबाद पारी खेली। 275 बॉल का सामना करते हुए उन्होंने 23 चौके और पांच छक्के जमाए।
न्यूजीलैंड के लिए तेज गेंदबाज मैट हेनरी और स्कॉट कुगेलेइजन ने अच्छा प्रदर्शन किया। हेनरी ने पांच विकेट लिए और कुगेलेइजन ने दो विकेट लिए। ऑस्ट्रेलिया ने पहाड़ जैसा स्कोर खड़ा करने से पहले 267 रन पर नौ विकेट गंवा दिए थे। लेकिन कैमरून ग्रीन और जोश हेजलवुड ने 10वें विकेट के लिए 116 रन की रिकॉर्ड साझेदारी की। न्यूजीलैंड के खिलाफ 10वें विकेट के लिए ये सबसे बड़ी साझेदारी का रिकॉर्ड है। इससे पहले जेसन गिलेस्पी और ग्लेन मैक्ग्रा ने 2004 में कीवियों के ही खिलाफ 10वें विकेट के लिए 114 रन जोड़े थे।