मुंबई : महाराष्ट्र में प्रवर्तन निदेशालय ने शुक्रवार को बड़ी कार्रवाई की है. एनसीपी शरद चंद्र पवार के अध्यक्ष शरद पवार के पोते और विधायक रोहित पवार की बारामती एग्रो कंपनी द्वारा खरीदी गई कन्नड़ सहकारी चीनी फैक्ट्री को ईडी ने जब्त कर लिया है. आगामी लोकसभा चुनाव से पहले यह ईडी की सबसे बड़ी कार्रवाई है. ईडी ने यह कार्रवाई शिखर बैंक घोटाला मामले में की है. इस मामले में पिछले कई दिनों से ईडी की कार्रवाई चल रही थी. इस मामले में ईडी ने कई जगहों पर छापेमारी भी की थी. इसके बाद कन्नड़ सहकारी चीनी फैक्ट्री को जब्त करने की कार्रवाई की गई है.
शिखर बैंक घोटाला मामले में ईडी ने कन्नड़ सहकारी चीनी फैक्ट्री को जब्त कर लिया है. जब्त की गई इस फैक्ट्री की कीमत 50 करोड़ 20 लाख है. इस मामले में ईडी की ओर से 161 एकड़ जमीन जब्त की गई है.
मुंबई पुलिस ने शिखर बैंक घोटाले मामले में दर्ज किया था केस
इस मामले में पहला केस मुंबई पुलिस ने दर्ज किया था. इस मामले में एनसीपी शरद चंद्र पवार के कई नेताओं को आरोपी बनाया गया था. रोहित पवार से भी करीब 3 दिनों तक पूछताछ की गई थी. सभी दस्तावेजों की जांच के बाद कन्नड़ सहकारी चीनी फैक्ट्री को ईडी ने जब्त कर लिया है.
ईडी ने कहा था कि कन्नड़ सहकारी चीनी फैक्ट्री को खरीदने के दौरान शिखर बैंक द्वारा अपनाई गई प्रक्रिया गलत थी. इसके बाद ईडी ने यह कार्रवाई की है.
लोकसभा चुनाव के पहले ईडी की बड़ी कार्रवाई
मिली जानकारी के मुताबिक, ईडी ने इस मामले में मुंबई पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा द्वारा की गई कार्रवाई का संज्ञान लेते हुए प्रारंभिक जांच शुरू की. साथ ही इस मामले में 2019 में बॉम्बे हाई कोर्ट द्वारा दिए गए फैसले का भी अध्ययन किया गया.
इस मामले में मनी लॉन्ड्रिंग का मामला दर्ज किया गया था. इसके बाद अब ईडी की ओर से सबसे बड़ी कार्रवाई की गई है. ईडी ने कन्नड़ सहकारी कारखाने की जमीन, संयंत्र, मशीनरी और चीनी इकाई भवन को जब्त कर लिया है.
दूसरी ओर, एनसीपी ने ईडी की कार्रवाई की आलोचना की है. एनसीपी शरद चंद्र पवार का कहना है कि ईडी की कार्रवाई राजनीतिक उद्देश्य से प्रेरित है और लोकसभा चुनाव से पहले विपक्षी पार्टियों को परेशान करने के लिए ईडी का इस्तेमाल सरकार द्वारा किया जा रहा है.