नईदिल्ली : भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने रविवार को अपने कर्नाटक सांसद अनंत कुमार हेगड़े के “भारतीय संविधान संशोधन’ संबंधी विवादास्पद बयान से दूरियां बना ली है। बीजेपी प्रवक्ता गौरव भाटिया ने कहा कि संविधान पर हेगड़े के विचार उनके निजी हैं और पार्टी ने कर्नाटक सांसद से प्रतिक्रिया मांगी है।
भाटिया ने आगे कहा कि बीजेपी के सांसद अनंत कुमार हेगड़े ने एक बयान दिया है। यह जरूरी है कि यह स्पष्ट किया जाए कि बयान उनके व्यक्तिगत विचारों को दर्शाता है और यह ऐसा बयान नहीं है, जो स्पष्टता के साथ बीजेपी के विचारों को दर्शाता है। पार्टी ने हेगड़े के इस बयान पर संज्ञान लिया है और उनसे स्पष्टीकरण भी मांगा है।
उन्होंने कहा कि बीजेपी द्वारा उठाया गया हर कदम, प्रत्येक निर्णय हमेशा हमारे देश के हित में और संविधान की भावना के अनुरूप होता है। बीजेपी की कर्नाटक इकाई ने कहा कि वह संविधान को बनाए रखने के लिए अपनी अटूट प्रतिबद्धता की पुष्टि करती है और हेगड़े की टिप्पणी उसके रुख को प्रतिबिंबित नहीं करती है।
बीजेपी कर्नाटक ने एक्स पर पोस्ट किया कि संविधान पर सांसद अनंतकुमार हेगड़े की टिप्पणियां उनके निजी विचार हैं और पार्टी के रुख को प्रतिबिंबित नहीं करती हैं। बीजेपी देश के संविधान को बनाए रखने के लिए हमारी अटूट प्रतिबद्धता की पुष्टि करती है और हेगड़े से उनकी टिप्पणियों के संबंध में स्पष्टीकरण मांगेगी।
क्या था हेगड़े का बयान ?
इससे पहले, हेगड़े ने कहा कि बीजेपी को ‘संविधान में संशोधन’ करने के लिए लोकसभा और राज्यसभा में दो-तिहाई बहुमत हासिल करना और 20 से अधिक राज्यों में सत्ता में आना जरूरी है।
यह भी कहा कि आप सभी को बीजेपी को 400 से अधिक सीटें जीतने में मदद करनी चाहिए। बीजेपी को क्यों चाहिए 400+ सीटें? हेगड़े ने कहा था कि अतीत में कांग्रेस नेताओं ने संविधान में बदलाव किए और इसे इस तरह से बनाया कि यह हिंदू धर्म को सामने न रखे।उन्होंने कहा कि हमें इसे बदलने और अपने धर्म को बचाने की जरूरत है। लोकसभा में हमारे पास पहले से ही दो-तिहाई बहुमत है, और राज्यसभा में हमारे पास संविधान में संशोधन करने के लिए बहुमत नहीं है। 400+ नंबर हमें इसे हासिल करने में मदद करेंगे।