नईदिल्ली : मुख्यमंत्री की गिरफ्तारी के खिलाफ आम आदमी पार्टी रविवार को पूरी दिल्ली में विरोध प्रदर्शन करेगी। इस दौरान होलिका दहन के समय पुतला फूंका जाएगा और कैंडल मार्च निकाला जाएगा। आप के राज्यसभा सांसद डॉ. संदीप पाठक ने कहा कि केंद्र सरकार देश की संस्थाओं को खत्म कर रही है। जो भी भाजपा के खिलाफ बोलता है, उसके पीछे ईडी और सीबीआई छोड़ दी जाती है। विपक्ष के नेताओं को डराया जा रहा है। सरकार ने बिना किसी सबूत के पहले ही सत्येंद्र जैन, मनीष सिसोदिया और संजय सिंह को गिरफ्तार कर रखा है। अब मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को भी गिरफ्तार कर लिया है। दिल्ली की जनता सड़कों पर उतर आई है।
चुनाव प्रचार को दबाने की कोशिश : सौरभ
सौरभ भारद्वाज ने बताया कि पार्टी कार्यालय के चारों तरफ पुलिस ने बैरिकेडिंग कर रखी है और मंत्रियों तक को कार्यालय जाने से रोक रही है। इसका जवाब पुलिस अफसरों के पास नहीं है। देश में चुनाव अचार संहिता लागू है। सभी संस्थाएं चुनाव आयोग के अधीन आती हैं, तो फिर किसके आदेश पर पुलिस रोक रही है।
आतिशी ने की भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष की गिरफ्तारी की मांग
आम आदमी पार्टी ने शनिवार को दावा किया है कि दिल्ली शराब नीति घोटाले के 60 करोड़ का मनी ट्रेल भाजपा के खाते में मिला है। मंत्री व आप नेता आतिशी ने कहा कि इस मामले में भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा की गिरफ्तारी होनी चाहिए। चुनावी बांड की जानकारी सार्वजनिक होते ही भाजपा और शराब कारोबारी शरत रेड्डी के बीच मनी ट्रेल का लिंक सामने आ गया है। गिरफ्तारी से पहले शरत रेड्डी ने भाजपा को 4.5 करोड़ दिए थे और गिरफ्तारी के बाद 55 करोड़ रुपये दिए। आतिशी ने दावा किया कि ईडी की तरफ से मुख्य साजिशकर्ता बनाया गया शरत रेड्डी का पूर्व में बयान था कि वह अरविंद केजरीवाल को नहीं जानते, लेकिन बाद में पलट गए। अब रेड्डी के बयान के आधार पर सीएम केजरीवाल की गिरफ्तारी हुई है। इस मामले में दो साल से सीबीआई-ईडी की जांच चल रही है, लेकिन जांच में पैसा कहां गया, क्या घोटाला हुआ इस बारे में जांच एजेंसियां कोर्ट को कुछ बता नहीं पाईं।
शरत सबसे बड़े किंगपिन : जस्मीन शाह
आप नेता जस्मीन शाह ने कहा कि भाजपा ने सबसे पहले शरत को ईडी के माध्यम से पकड़ा। ईडी की चार्जशीट खुद कहती है कि कथित शराब घोटाले के शरद रेड्डी सबसे बड़े किंगपिन हैं, लेकिन कुछ ही महीने में किंगपिन शरत सरकारी गवाह बन गए और चंद माह बाद में करीब 60 करोड़ रुपये की वसूली हुई।