छत्तीसगढ़

वीडियो : बहुत बच्चे पैदा किए…क्या इतने करने चाहिए?, नीतीश के हमले का लालू की बेटी मीसा ने जानें क्या दिया जवाब?

नईदिल्ली : लोकसभा चुनाव के पहले चरण के बाद अब सभी राजनीतिक दल दूसरे चरण की तैयारियों में जुट गए हैं। दूसरे चरण में 13 राज्यों की 89 सीटों पर 26 अप्रैल को मतदान होगा। इस बीच, राजनीतिक दलों के बीच आरोप-प्रत्यारोप का दौर भी जारी है। इसी कड़ी में शनिवार को बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने वंशवादी राजनीति को लेकर बिना नाम लिए राज्य के पूर्व सीएम और राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव पर निशाना साधा है।

नीतीश कुमार ने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री केवल अपने परिवार के सदस्यों को बढ़ावा दे रहे हैं। कटिहार में एक रैली को संबोधित करते हुए, जेडीयू नेता नीतीश कुमार ने कहा कि लालू प्रसाद ने पद छोड़ने के बाद अपनी पत्नी को बिहार का मुख्यमंत्री नियुक्त किया। नीतीश ने कहा कि आजकल अपने बच्चों को बढ़ावा दे रहे हैं।

नीतीश कुमार ने आगे कहा कि बहुत सारे बच्चे पैदा किए…क्या किसी को इतने सारे बच्चे पैदा करने चाहिए? अब उन्होंने अपनी बेटियों, दो बेटों और सभी को इसमें शामिल कर लिया है। वे हर जगह कुछ न कुछ कहते रहते हैं। ग पुरानी बातें भूल जाते हैं, इसलिए मैं सबको बताना चाहता हूं कि कोई काम नहीं होता था। लोग बाहर नहीं निकल सकते थे, कोई सड़कें या शिक्षा नहीं थी।

लालू की दोनों बेटियां चुनावी मैदान में
लालू प्रसाद की दोनों बेटियां मीसा भारती और रोहिणी आचार्य संसदीय चुनाव मैदान में हैं। आरजेडी ने पाटलिपुत्र से मीसा भारती और सारण लोकसभा सीट से रोहिणी आचार्य को मैदान में उतारा है। लालू प्रसाद के छोटे बेटे तेजस्वी यादव, पिछली नीतीश के नेतृत्व वाली सरकार में उपमुख्यमंत्री थे और बड़े तेज प्रताप यादव के पास पर्यावरण विभाग था। करीब 19 साल से बिहार की सत्ता पर काबिज नीतीश कुमार के लिए तेजस्वी यादव मुख्य चुनौती बनकर उभरे हैं।

लालू की बेटी ने दिया नीतीश को जवाब
वहीं, पाटलिपुत्र सीट से आरजेडी उम्मीदवार मीसा भारती ने नीतीश कुमार के बयान पर प्रतिक्रिया दी है। भारती ने कहा कि अब चाचा जी(नीतीश कुमार) के लिए क्या बोलें… बिहार की जनता समझेगी कि प्रदेश के मुख्यमंत्री क्या कहना चाह रहे हैं… हम उनपर क्या कहें… PM मोदी ने परिवारवाद पर बोलना बंद किया तो चाचा जी ने बोलना शुरू कर दिया है।

क्या बोले तेजस्वी यादव?

नीतीश कुमार की टिप्पणी पर बिहार के पूर्व डिप्टी सीएम राजद नेता तेजस्वी यादव ने कहा कि वह हमें कुछ भी कह सकते हैं। वह जो भी कहते हैं, वह मेरे लिए आशीर्वाद की तरह है। लेकिन, बात यह है कि क्या ऐसी निजी टिप्पणियों से फायदा होगा। बिहार की जनता…चुनाव में मुद्दों पर चर्चा होनी चाहिए…उनके लिए ऐसे भाषण कौन लिख रहा है?…उन्हें शिक्षा, रोजगार और पलायन रोकने पर बोलना चाहिए।

खड़गे ने नीतीश को घेरा
एक दिन पहले, कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने बिहार के किशनगंज और कटिहार लोकसभा क्षेत्रों में बैक-टू-बैक चुनावी रैलियों को संबोधित किया। जहां उन्होंने नीतीश कुमार पर जमकर हमला बोला और आरोप लगाया कि बिहार के मुख्यमंत्री के पास ‘कोई सिद्धांत नहीं’है।

आगे कहा था कि हमारे सहयोगी तेजस्वी यादव ने कई बार अपने चाचा के विश्वासघात पर दुख जताया है। मैं कहता हूं कि इससे छुटकारा मिल गया है। नीतीश कुमार जैसे लोग बीजेपी और आरएसएस से अधिक खतरनाक हैं, जिनकी कम से कम एक ज्ञात विचारधारा है। हालांकि, त्रुटिपूर्ण है। नीतीश कुमार के पास कोई सिद्धांत नहीं है, उन्हें केवल सत्ता की परवाह है।