कोरबा। जिले के कटघोरा वनमंडल में गुरुवार शाम एक नन्हा हाथी सड़क पार करते हुए पुल के गड्ढे में फंस गया। उसे बचाने के लिए हाथियों का दल वहां जमा हो गया, जिसके कारण कटघोरा-चोटिया नेशनल हाईवे- 130 करीब 3 घंटे तक जाम रहा। बाद में वन विभाग की टीम ने नन्हें हाथी का सफल रेस्क्यू किया। मामला एतमानगर रेंज का है।
हाथियों के दल को देख वहां गांववालों की भीड़ जमा हो गई। मड़ई के पास NH- 130 पर 21 हाथियों का दल गुरुवार शाम 6 बजे सड़क पार कर रहा था। उसी दौरान एक शावक पास में ही बने पुल के गड्ढे में फंस गया। उसकी मां और अन्य हाथी उसे बचाने के लिए आए, लेकिन वो गड्ढे से नहीं निकल सका। गांववालों की सूचना पर पहुंची वन विभाग की टीम ने रेस्क्यू किया।
एतमा नगर रेंजर मनीष सिंह, DFO प्रेमलता यादव और रेंजर केंदई अभिषेक दुबे पूरे रेस्क्यू ऑपरेशन के दौरान मौजूद रहे। उन्होंने कहा कि इस समय इस एरिया में 21 हाथियों का दल विचरण कर रहा है। फिलहाल हाथी के शावक को जेसीबी की मदद से बाहर निकाल लिया गया है। उन्होंने कहा कि शावक की मां हर वक्त अपने बच्चे के आसपास ही रही, वहीं बाकी हाथी भी सड़क पर ही मंडराते रहे। इस वजह से ट्रैफिक को रोक दिया गया था और लोगों को हिदायत दी गई थी कि वे घटनास्थल के एकदम नजदीक न जाएं।
शावक को बचाने में जितनी देर लग रही थी, उसकी मां की बेचैनी बढ़ती जा रही थी, जो साफ दिख रही थी। इस वजह से वनकर्मी शावक के अधिक पास जाने में असफल हो रहे थे। फिर मौके पर 2 जेसीबी बुलाई गई। लेकिन तब भी मादा हाथी के वहां होने से रेस्क्यू ऑपरेशन में दिक्कत हो रही थी। कुछ समय बाद जब वो कुछ देर के लिए सड़क पार कर जंगल में गई, तो तुरंत रेंजर मनीष सिंह और अभिषेक दुबे जेसीबी पर सवार होकर पुल के पास जाकर गड्ढे को मिट्टी से पाटा और कड़ी मशक्कत के बाद हाथी के शावक को सुरक्षित निकाल लिया।
अपने बच्चे के बाहर आते ही मादा हाथी सड़क पर आई और तेजी से अपने बच्चे को लेकर जंगल में चली गई। वनकर्मियों और वहां मौजूद लोगों ने एक-दूसरे को बधाई दी और सफल रेस्क्यू ऑपरेशन के लिए टीम की सराहना की।