नई दिल्ली । कोरोना वायरस पर जीत पाने के लिए कोविड-19 टीके की एहतियाती खुराक अब तक सिर्फ 24 प्रतिशत लोगों ने ही लगवाई है। इनमें कई राज्यों का प्रदर्शन बहुत खराब है और राष्ट्रीय औसत से भी कम है। उत्तर प्रदेश में सबसे अधिक 39 प्रतिशत लोगों ने टीके की एहतियाती खुराक ली है। केंद्र सरकार ने हाल ही में पात्र आबादियों के बीच एहतियाती खुराक की संख्या बढ़ाने के लिए मुफ्त एहतियाती खुराक अभियान शुरू किया था। सरकार ने आजादी के अमृत महोत्सव के तहत 75 दिनों तक मुफ्त में एहतियाती टीका लगाने की घोषणा की थी, जिसकी अवधी 30 सितंबर तक है।
उत्तर प्रदेश का प्रदर्शन बेहतर
सरकारी आंकड़ों के अनुसार, हरियाणा और झारखंड जैसे कई राज्य हैं, जहां सिर्फ 10% पात्र आबादी ने ही एहतियाती खुराक ली है। वहीं, 16 सितंबर तक केरल, महाराष्ट्र, राजस्थान, तमिलनाडु और कई अन्य राज्यों में एहतियाती खुराक का औसत 24 प्रतिशत से कम दर्ज किया गया। बता दें कि केरल में 13 प्रतिशत, महाराष्ट्र में 13 प्रतिशत, राजस्थान में 15 प्रतिशत, तमिलनाडु में 17 प्रतिशत और कर्नाटक में 19 प्रतिशत एहतियाती खुराक दर्ज किया गया है। वहीं, बिहार जैसे राज्यों ने राष्ट्रीय औसत से बेहतर प्रदर्शन किया है। बिहार में 26 प्रतिशत, गुजरात में 37 प्रतिशत और उत्तर प्रदेश में 39 प्रतिशत लोगों ने एहतियाती खुराक ली है।
मुफ्त एहतियाती खुराक अभियान
बता दें कि देश में 10 अप्रैल से 18 से 59 वर्ष के आयु वर्ग के लिए कोविड-19 एहतियात खुराक लगाना शुरू हुआ। इसके बाद, एहतियाती खुराक को बढ़ावा देने के लिए 15 जुलाई को ‘कोविड वैक्सीन अमृत महोत्सव’ अभियान शुरू किया गया। इस अभियान के तहत, सभी सरकारी कोविड टीकाकरण केंद्रों पर 18 वर्ष और उससे अधिक आयु के व्यक्तियों के लिए 15 जुलाई से 30 सितंबर तक 75 दिनों के लिए मुफ्त एहतियात की खुराक प्रदान की जा रही है।
अब तक 216.56 करोड़ डोज लगाई जा चुकी
वहीं, स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय ने बताया कि राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के पास अभी भी 3.70 करोड़ से अधिक COVID-19 वैक्सीन खुराक उपलब्ध हैं। मंत्रालय ने कहा कि राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को अब तक 203.03 करोड़ वैक्सीन की खुराक उपलब्ध कराई जा चुकी है। इस बीच, आज सुबह 7 बजे तक देशभर में 216.56 करोड़ से कोविड-19 टीके की खुराक लगाई जा चुकी है।