नईदिल्ली I असम के काजीरंगा नेशनल पार्क में ट्रक की चपेट में आने से घायल हुए गैंडे को बचा लिया गया है. इस बात की जानकारी मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने खुद ही दी है. उन्होंने ट्विटर पर हादसे का वीडियो शेयर किया है. साथ ही उन्होंने कहा है कि गैंडे हमारे खास दोस्त हैं. हम उनके स्थान पर किसी भी उल्लंघन की अनुमति नहीं देंगे. उन्होंने कहा कि हल्दीबाड़ी में इस दुर्भाग्यपूर्ण घटना में घायल हुए गैंडे को बचा लिया गया है. वहीं, इस हादसे के लिए जिम्मेवार वाहन पर जुर्माना लगाया गया है. साथ ही उन्होंने कहा कि काजीरंगा में जानवरों को बचाने के लिए हमारी सरकार संकल्पित है और हम 32 किलोमीटर के विशेष एलिवेटेड कॉरिडोर पर काम कर रहे हैं.
मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा द्वारा ट्विटर पर शेयर किए गए वीडियो में देखा जा सकता है कि एक ट्रक सड़क पर तेज रफ्तार में जा रहा है. इसी बीच जंगल से निकल कर एक गैंडा अचानक ट्रक से टकरा जाता है. हालांकि, इस दौरान ट्रक चालक उसको बचाने की कोशिश भी करता है. ट्रक चालक गाड़ी को अपने लेन से अचानक मोड़ता भी है, लेकिन इसके बावजूद भी गैंडा ट्रक के पिछले हिस्से से टकरा जाता है. फिर ट्रक आगे निकल जाता है और गैंडा घायल होकर सड़क पर गिर जाता है. लेकिन अगले कुछ सेकेंड के अंदर ही वह फिर से उठकर दौड़ते हुए जंगल में चला जाता है. स्थानीय मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, ट्रक जोरहाट से गुवाहाटी जा रहा था और घटना हल्दीबाड़ी एनिमल कॉरिडोर में हुई. वाहन को कथित तौर पर नागांव जिले के बागरी इलाके में रोका गया और परिवहन और वन विभाग द्वारा भारी जुर्माना लगाया गया है.
केएनपीटीआर में एक सींग वाले गैंडों की आबादी 2613 है
बता दें कि पिछले महीने, सरमा और आध्यात्मिक नेता जगदीश वासुदेव ने सूर्यास्त के बाद काजीरंगा राष्ट्रीय उद्यान और टाइगर रिजर्व (केएनपीटीआर) के अंदर कथित तौर पर जीप सफारी की थी. इसके लिए उनकी आलोचना की गई थी. संरक्षणवादियों ने आरोप लगाया था कि सफारी का समय वन्यजीव संरक्षण अधिनियम, 1972 के उल्लंघन में था और इससे पार्क के अंदर जानवरों के लिए खतरे पैदा हो सकते थे. इस साल मार्च में जारी नई जनगणना के अनुसार, असम के काजीरंगा राष्ट्रीय उद्यान और टाइगर रिजर्व (केएनपीटीआर) में एक सींग वाले गैंडों की आबादी में पिछले चार वर्षों में 200 की वृद्धि हुई है. अभी केएनपीटीआर में एक सींग वाले गैंडों की आबादी 2613 है.