जशपुर I जशपुर जिले के सिटी कोतवाली थाना क्षेत्र में 5 अक्टूबर को हुए ट्रिपल मर्डर का पर्दाफाश पुलिस ने कर दिया है। यहां घोलेंग (कदमटोली) में पति-पत्नी और उसकी 19 वर्षीय बेटी की निर्मम हत्या कर दी गई थी। पुलिस ने शुक्रवार को सभी 6 आरोपियों को मीडिया के सामने पेश किया।
जशपुर पुलिस अधीक्षक डी रविशंकर ने बताया कि जमीन विवाद और जादू-टोने के शक में अर्जुन तेंदुआ (45 वर्ष), उसकी पत्नी फिरनी तेंदुआ (42 वर्ष) और बेटी संजना (19 वर्ष) की हत्या की गई। घटना को 6 आरोपियों ने योजनाबद्ध तरीके से अंजाम दिया था। पुलिस ने हत्याकांड के बाद आरोपियों की तलाश के लिए झारखंड, ओडिशा, कोलकाता (पश्चिम बंगाल) और सिलीगुड़ी (प. बंगाल) में टीम भेजी थी।
पुलिस अधीक्षक कार्यालय में शुक्रवार को एसपी डी रविशंकर ने प्रेस कॉन्फ्रेंस बुलाई। उन्होंने जानकारी दी कि ग्राम कदमटोली के रहने वाले चंदन तेंदुआ ने रिपोर्ट दर्ज कराई थी कि 5 अक्टूबर की रात अज्ञात आरोपियों ने उसके पिता अर्जुन तेंदुआ (45 साल), मां फिरनी तेंदुआ (42 साल) और बहन संजना तेंदुआ की घर में घुसकर धारदार हथियार से हत्या कर दी है। पुलिस ने अज्ञात आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज कर जांच शुरू की थी। उन्होंने बताया कि जांच के दौरान चंदन तेंदुआ और गांववालों से पूछताछ की गई, जिसमें पता चला कि अर्जुन तेंदुआ का गांव के बिन्देश्वर बंजुआ, प्रेमचंद बंजुआ, मृगपाल बंजुआ, करण तेंदुआ, आरजू तेंदुआ और प्रवीण तेंदुआ के साथ जमीन विवाद चल रहा था।
वहीं आरोपी प्रेमचंद बंजुआ के 3 माह के बच्चे की मौत बीमारी से हो गई थी। प्रेमचंद को लगता था कि अर्जुन और उसका परिवार जादू-टोना करता है और इसलिए उसका बेटा बीमार रहता था और बाद में उसकी मौत हो गई। एसपी ने बताया कि इन संदिग्धों से कड़ाई से पूछताछ करने पर सभी ने हत्या का जुर्म कबूल कर लिया। आरोपियों ने अर्जुन तेंदुआ, फिरनी तेंदुआ और संजना तेंदुआ को चाकू, घन, तलवार और खुखरी से वार कर मौत के घाट उतार दिया था। इसके बाद सभी पास के जंगल में भाग गए थे। उन्होंने हथियारों को जमीन में दफना दिया था। आरोपियों ने खून से लथपथ कपड़ों को जंगल में ही जला दिया था।
गिरफ्तारी के बाद आरोपियों की निशानदेही पर जले हुए कपड़ों की राख और हथियार को पुलिस ने बरामद कर लिया है। पुलिस अधीक्षक ने बताया कि आरोपी मृगपाल बंजुआ ने पूछताछ में बताया था कि प्रेमचंद बंजुआ उसका बड़ा भाई, बिन्देश्वर बंजुआ छोटा भाई, आरजू तेंदुआ दामाद, करन तेंदुआ व प्रवीण तेंदुआ उसका साला है। प्रेमचंद बंजुआ को 10-12 साल के लंबे समय बाद करीब 3 महीने पहले ही बेटा हुआ था। जो पैदा होने के बाद से लगातार बीमार रह रहा था। जशपुर में इलाज से वो ठीक नहीं हुआ, तो झारखंड के गुमला में भी उसका इलाज कराया गया, लेकिन 3 अक्टूबर को उसकी मौत हो गई।
इससे पहले गांव के ही एक व्यक्ति की मौत पिछले साल हो गई थी। उसकी मौत के 6 महीने बाद उसकी पत्नी की भी मौत हो गई थी। इन सभी मौतों के लिए आरोपी प्रेमचंद बंजुआ अर्जुन तेंदुआ को जिम्मेदार मानता था। बेटे की मौत के बाद बदला लेने के लिए उसने अपने रिश्तेदारों के साथ मिलकर अर्जुन तेंदुआ और उसके परिवार की हत्या कर दी। फिलहाल सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है। सरगुजा आईजी ने पुलिस की पूरी टीम को 30 हजार और पुलिस अधीक्षक ने 5 हजार के नगद इनाम की घोषणा की है।
गिरफ्तार आरोपियों के नाम
- बिन्देश्वर बंजुआ, उम्र 29 साल
- प्रेमचंद बंजुआ, उम्र 37 साल,
- मृगपाल बंजुआ, उम्र 34 साल
- करन तेंदुआ, उम्र 26 साल
- आरजू तेंदुआ, उम्र 29 साल
- प्रवीण तेंदुआ, उम्र 24 साल