नईदिल्ली I चीन सहित दुनिया के कई हिस्सों में एक बार फिर से कोरोना संक्रमण के मामलों के बढ़ने की खबर है। चीन और यूरोप के कई देशों में पिछले कुछ हफ्तों से संक्रमण में बढ़ोतरी देखी जा रही है, इसने वैज्ञानिकों की चिंता बढ़ा दी है। चीन के शंघाई शहर में बढ़े संक्रमण के कारण कुछ हिस्सों में लॉकडउन जैसे हालात भी बन रहे हैं, वहीं यूरोपीय देशों में वैज्ञानिकों ने एक और लहर की आशंका जताई है। कुछ महीनों से स्थिर कोरोना संक्रमण के मामलों में एक बार फिर से देखा जा रहा उछाल चिंताकारक है। इस बीच वैज्ञानिकों की एक टीम ने हांगकांग में एक नए वैरिएंट का पता लगाया है, इसे वैश्विक जोखिम के तौर पर देखा जा रहा है।
साउथ चाइना की मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक हांगकांग में कोविड-19 का सब-वैरिएंट XBB देखा गया है, जिसे प्रारंभिक अध्ययनों में वैक्सीन से बनी प्रतिरक्षा को आसानी से चकमा देते हुए संक्रमण बढ़ाने वाला पाया गया है। विशेषज्ञों का कहना है कि सर्दियों के दौरान इस वैरिएंट के कारण कई देशों में हालात बिगड़ने की आशंका है जिसको लेकर सभी को विशेष सावधानी बरतते रहना होगा।
सिंगापुर में इन दिनों दैनिक संक्रमण के मामलों में से आधे से अधिक के लिए इस वैरिएंट को जिम्मेदार माना जा रहा है। इसके मामले भारत के भी कुछ राज्यों में रिपोर्ट किए गए हैं। ऐसे में सवाल खड़े हो रहे हैं कि क्या आने वाले महीनों में भारत में एक बार फिर से संक्रमण के मामलों में उछाल आ सकता है? आइए इस नए कोरोना वैरिएंट के बारे में आगे विस्तार से जानते हैं।
भारत में XBB वैरिएंट के मामले
हालिया मीडिया रिपोर्टस के मुताबिक देश के चार राज्यों महाराष्ट्र, ओडिशा, पश्चिम बंगाल, तमिलनाडु में XBB वैरिएंट के कारण संक्रमण के मामले रिपोर्ट किए गए हैं। महाराष्ट्र में गुरुवार (13 अक्टूबर) को इस वैरिएंट के पांच मामले रिपोर्ट किए गए हैं। लगभग दो हफ्तों में ओडिशा में XBB संक्रमण के 33, पश्चिम बंगाल में 17 और तमिलनाडु में 16 लोगों में इस वैरिएंट के कारण संक्रमण की पुष्टि की गई है।
इससे पहले हांगकांग के अलावा संयुक्त राज्य अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया, बांग्लादेश, डेनमार्क और जापान में भी इस वैरिएंट के कारण संक्रमण देखा जा चुका है। आइए जानते हैं कि यह कितना खतरनाक हो सकता है?
XBB वैरिएंट के बारे में जानिए
अध्ययनकर्ताओं ने प्रारंभिक शोध में पाया कि XBB वैरिएंट, ओमिक्रॉन के दो वैरिएंट्स BA.2.75 और BA.2.10 के बीच पुनः संयोजन से उत्पन्न हुआ है। फिलहाल इसे अब तक के सभी कोरोना वैरिएंट्स की तुलना में अधिक संक्रामक पाया गया है।
एशिया पैसिफिक सोसाइटी ऑफ क्लिनिकल माइक्रोबायोलॉजी एंड इंफेक्शन के अध्यक्ष डॉ पॉल ताम्ब्याह ने एक रिपोर्ट में बताया कि एक्सबीबी वैरिएंट, कोरोना का नया रूप है, खास बात यह है कि इसे उच्च टीकाकरण दर वाले देशों में भी तेजी से उभरता देखा गया है। इससे यह स्पष्ट होता है कि यह टीकाकरण से शरीर में बनी प्रतिरक्षा को आसानी से चकमा देकर लोगों में संक्रमण का कारण बन सकता है। हालांकि हमारे पास इससे संबंधित मामलों का जीनोमिक डेटा नहीं हैं, पर प्रारंभिक विश्लेषण में पाया गया है कि यह अन्य वैरिएंट की तुलना में यह अधिक संक्रामक है और बड़ी संख्या में लोगों में संक्रमण का कारण बन सकता है।
कितना खतरनाक हो सकता है यह नया वैरिएंट
एक रिपोर्ट में महामारी विज्ञानी डॉ मलिना उस्मान कहती हैं, एक्सबीबी, ओमिक्रॉन का “सबसे तेजी से फैलने वाला” सब-वैरिएंट कहा जा सकता है। इसके ज्यादातर संक्रमितों में हल्के लक्षण ही देखे जा रहे हैं। संक्रमितों में बुखार के साथ गले में खराश की समस्या सबसे सामान्य देखी जा रही है। विशेषज्ञों का कहना है कि अब तक इस बात का कोई सबूत नहीं है कि यह गंभीर संक्रमण का कारण बन रहा है। कुछ मरीजों को अस्पतलों में भर्ती होने की आवश्यकता पड़ रही है पर वह आसानी से ठीक हो जा रहे हैं। हालांकि चूंकि इस बारे में अब तक बहुत समझा नहीं जा सका है इसलिए लोगों को विशेष सावधानी बरतते रहने की आवश्यकता है।
क्या कहते हैं विशेषज्ञ?
सिंगापुर के माउंट एलिजाबेथ नोवेना हॉस्पिटल में संक्रामक रोग विशेषज्ञ डॉ लेओंग होए ने एक रिपोर्ट में अलर्ट करते हुए बताया है कि XBB वैरिएंट के कारण संक्रमण के मामलों के बढ़ने की आशंका है, क्योंकि यह अन्य वैरिएंट्स की तुलना में वैक्सीन प्रतिरक्षा को आसानी से चकमा दे रहा है। विशेषज्ञों का कहना है कि जिन देशों में इस वैरिएंट के कारण संक्रमण की शुरुआत हो रही है वहां विशेष सावधानी बरतकर इसे प्रतिबंधित करने के उपाय किए जाने चाहिए, क्योंकि इसके सर्दियों के मौसम में तेजी से बढ़ने की आशंका है।