छत्तीसगढ़

चुनाव करवा लें पता लगेगा पप्पू हैं या बाप, आदित्य को पप्पू कहने पर ठाकरे गुट का जवाब

मुंबई I महाराष्ट्र के कृषि मंत्री अब्दुल सत्तार ने शुक्रवार (28 अक्टूबर) को आदित्य ठाकरे को तीन बार ‘पप्पू‘ कह कर संबोधित किया. पहली बार उन्हें ‘छोटा पप्पू’ कहा. दूसरी बार उन्होंने ‘पप्पू क्रमांक दो’ कहा. तीसरी बार सत्तार ने आदित्य ठाकरे को ‘पप्पू’ कहा. अब्दुल सत्तार सीएम एकनाथ शिंदे गुट के नेता हैं. उनके इस बयान का जवाब शिवसेना उद्धव बालासाहेब ठाकरे गुट की ओर से उनके ही क्षेत्र औरंगाबाद से चंद्रकांत खैरे और सांसद संजय राउत के विधायक भाई सुनील राउत ने दिया है.

उन्होंने कहा है इसी पप्पू ने तुमलोगों की असलियत दिखाकर तुम्हारे नाक में दम करके रखा है. अभी चुनाव करवा लो, पता चल जाएगा कि आदित्य पप्पू हैं या आपके बाप. इस मामले में बीच में कूदते हुए बीजेपी नेता किरीट सोमैया ने कह दिया कि आदित्य ठाकरे को पप्पू कहना ‘पप्पू’ शब्द का अपमान है.

आखिर क्यों खटक गए आदित्य? इस वजह से सत्तार को आई खीज

दरअसल गुरुवार को आदित्य ठाकरे बाढ़ और बरसात के नुकसान का जायजा लेने किसानों से मिलने पहुंचे थे. दूसरी तरफ कुछ समय पहले अब्दुल सत्तार भी किसानों के नुकसान का जायजा लेने बीड़ जिले में पहुंचे थे. वहां से जुड़ा एक वीडियो वायरल हुआ था जिसमें अब्दुल सत्तार एक कमरे में बैठे हैं और चाय सर्व की जा रही है. कलेक्टर चाय लेने से मना कर देते हैं तो सत्तार मजाक करते हुए कहते हैं- कम खाइए, कम खाइए…ठीक है…दारु पीते हैं क्या? यह वीडियो वायरल हो गया. सत्तार को किसानों की समस्याओं को लेकर असंवेदनशील बताया जाने लगा. दूसरी तरफ आदित्य ठाकरे को किसानों के बीच खेतों में दिखाया गया. वे किसानों से पूछ रहे थे कि पंचनामा हुआ? किसान उन्हें अपना हाल बता रहे थे कि अब तक सरकार की तरफ से उन तक नहीं पहुंचा.

खीज बढ़ाने वाली दूसरी घटना आदित्य ठाकरे का टाटा एयरबेस प्रोजेक्ट के महाराष्ट्र से गुजरात चले जाने को लेकर दिया गया बयान है. आदित्य ठाकरे ने यह सवाल उठाया है कि एक के बाद एक 4 प्रोजेक्ट महाराष्ट्र से गुजरात चले गए. उद्योग मंत्री उदय सामंत इस्तीफा देंगे क्या? इसी बैकग्राउंड को लेकर अब्दु सत्तार तपे बैठे थे और आदित्य का जिक्र आते ही उन्हें बात-बात पर पप्पू बोल बैठे. एक बार नहीं तीन बार यही कर बैठे.

आदित्य के कटाक्ष से तिलमिलाए सत्तार, पप्पू-पप्पू बोले उनको तीन बार

सत्तार द्वारा आदित्य ठाकरे को तीन बार पप्पू कहे जाने का तीन वीडियो सबूत सामने आया है. पहले वीडियो में सत्तार कहते हैं, ‘सितंबर में उनके पिता सीएम थे और वे कैबिनेट मंत्री थे. देन-लेन (कमीशनखोरी) ठीक तरह से नहीं हुआ, इसलिए प्रोजेक्ट चला गया. छोटा पप्पू जो प्रोजेक्ट जाने पर आज अफसोस जता रहे हैं, वो पहले जताया होता तो आज यह नौबत नहीं आती. आज की सरकार जिस तत्परता के साथ काम करती है, वैसा कोई नहीं करता है. छोटा पप्पू ने जो कहा, यह तो उनका काम है. वे किस पद पर बैठे थे, यह सबको मालूम है.’

दूसरे वीडियो में यह बोले अब्दुल सत्तार

दूसरी बार एक दूसरे वीडियो में अब्दुल सत्तार कहते हैं, ‘पप्पू क्रमांक दो जब गोदी में खेल रहे थे तब मैं किसान का बेटा खेतों में काम किया करता था. इसका एहसास उन्हें क्या होगा. अगर उन्हें किसानों के दुख का एहसास होता तो उनके पिता सीएम थे. वे खुद कैबिनेट मंत्री थे. उन ढाई सालों में क्या किया?’