नई दिल्ली। इंजरी के बाद टेस्ट मैच में वापसी कर रहे स्पिन गेंदबाज कुलदीप यादव की गेंदबाजी के सामने चटगांव टेस्ट में बांग्लादेश के बल्लेबाज टिक नहीं पाए। उन्होंने 10 ओवर की गेंदबाजी में केवल 33 रन देकर 4 खिलाड़ियों को आउट किया। उनकी गेंदबाजी का ही नतीजा था कि भारत के 404 रन के जवाब में एक वक्त बांग्लादेश की टीम 100 रन के भीतर अपना 6 विकेट गंवा चुकी थी।
हालांकि, दूसरे दिन का खेल खत्म होने तक बांग्लादेश ने 8 विकेट खोकर 138 रन बनाए। वनडे सीरीज के हीरो रहे मेहदी हसन मिराज अब भी 16 रन बनाकर नाबाद हैं।
मैच के बाद कुलदीप यादव ने अपनी गेंदबाजी को लेकर प्रतिक्रिया देते हुए कहा “मैं शुरुआत में नर्वस था, लेकिन मैं भाग्यशाली था कि मुझे पहले ही ओवर में विकेट मिल गया। कुछ ओवर बाद मैंने अपने पेस में बदलाव किया और दोनों तरफ से गेंदबाजी की। मुझे विकेट से काफी मदद मिल रही थी।
इंजरी के दौरान मैंने की मेहनत
कुलदीप यादव इंजरी के बाद टेस्ट क्रिकेट में लौटे हैं। उन्होंने बताया कि ‘इंजरी के दौरान मैंने अपने रिदम और पेस पर काम किया। अब मैं थोड़ा तेज डालने की कोशिश करता हूं, जिसने मुझे मदद मिली है। जब मैं बैटिंग कर रहा था तब मुझे लगा कि स्पिन गेंदबाजों के लिए इस पिच पर मदद नहीं है। लेकिन जब आप कूकाबुरा गेंद से गेंदबाजी करते हैं तो इस तरह की विकेट पर आपको टर्न मिलता है।
बल्लेबाजी में भी दिया योगदान
इससे पहले कुलदीप यादव ने बल्लेबाजी में भी शानदार प्रदर्शन किया था। उन्होंने रविचंद्रन अश्विन के साथ मिलकर 8वें विकेट के लिए 92 रन की महत्वपूर्ण साझेदारी की। इन दोनों की साझेदारी का ही नतीजा था कि भारत 400 रन का आंकड़ा छू पाया। कुलदीप ने 114 गेंद पर 40 रन की महत्वपूर्ण पारी खेली। उन्होंने अपनी इस पारी में 5 चौके लगाए।