छत्तीसगढ़

छत्तीसगढ़ : 3 दिन में 4-5 डिग्री कम हो जाएगा तापमान, चक्रवाती तूफान का असर खत्म, अब उत्तर से आई ठंडी हवाओं का असर बढ़ेगा

रायपुर I छत्तीसगढ़ के मौसम पर चक्रवाती तूफान मंडौस का असर खत्म हो गया है। गुरुवार को प्रदेश के कुछ जिलों में हल्के बादल छाए रहे। लेकिन शाम होते-होते ये बादल छंट गए। अब तापमान में गिरावट का दौर शुरू होगा। मौसम विभाग का अनुमान है कि अगले तीन दिनों के भीतर न्यूनतम तापमान में 4 से 5 डिग्री सेल्सियस की गिरावट होगी।

रायपुर मौसम विज्ञान केंद्र के विज्ञानी एच.पी. चंद्रा ने बताया, प्रदेश में उत्तर से ठंडे और शुष्क हवाओं का आगमन शुरू हो रहा है। 16 दिसम्बर को मौसम सूखा रहने की संभावना है। न्यूनतम तापमान में गिरावट होने की संभावना भी बन रही है। अगले 3 दिनों में प्रदेश के न्यूनतम तापमान में 4 से 5 डिग्री तक गिरावट संभावित है। यानी मौसम सामान्य होने की स्थिति में पहुंच जाएगा।

गुरुवार तक तापमान असामान्य रूप से गर्म रहा है। रायपुर में सूर्योदय से पहले दर्ज न्यूनतम तापमान 18.9 डिग्री सेल्सियस रहा। यह सामान्य न्यूनतम तापमान से 5 डिग्री सेल्सियस अधिक था। दिन का अधिकतम तापमान 32 डिग्री सेल्सियस दर्ज हुआ है जो सामान्य से तीन डिग्री सेल्सियस अधिक रहा है। बिलासपुर में अधिकतम तापमान 31.4 डिग्री रहा जो सामान्य से चार डिग्री अधिक है। वहीं न्यूनतम तापमान 20 डिग्री सेल्सियस दर्ज हुआ जो सामान्य से सात डिग्री अधिक है। जगदलपुर में अधिकतम तापमान 32 डिग्री रहा। यह सामान्य से 4 डिग्री अधिक है। वहीं न्यूनतम तापमान 19.2 डिग्री सेल्सियस रहा जो सामान्य से 8 डिग्री सेल्सियस अधिक है।

पेण्ड्रा-अंबिकापुर में भी अभी स्थिति सामान्य नहीं

छत्तीसगढ़ के ठंडे स्थानों में शुमार पेण्ड्रा रोड, कवर्धा, नारायणपुर, अंबिकापुर, कोरिया, जशपुर में भी स्थिति सामान्य नहीं है। गुरुवार को पेण्ड्रारोड में अधिकतम तापमान 27.8 डिग्री सेल्सियस था जो सामान्य से दो डिग्री अधिक है। वहीं न्यूनतम तापमान 16.6 डिग्री रिकॉर्ड हुआ यह भी सामान्य से 5 डिग्री अधिक है। अंबिकापुर का न्यूनतम तापमान 12.7 डिग्री था जो सामान्य से 4 डिग्री अधिक है। नारायणपुर में 15.9 डिग्री और कवर्धा में 15.1 डिग्री सेल्सियस न्यूनतम तापमान रहा। कोरिया सबसे ठंडी जगह रही जहां तापमान 12.5 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड हुआ।

अब तक 34.1 डिग्री तक गर्म हो चुका है दिसम्बर

रायपुर में दिसम्बर महीने में इतनी गर्मी असामान्य नहीं है। मौसम विज्ञानी एच.पी. चंद्रा कहते हैं, दिसम्बर में यह तापमान सामान्य है लेकिन ऐसा कम होता है। मौसम विभाग के रिकॉर्ड के मुताबिक रायपुर में अधिकतम तापमान 34.1 डिग्री अब तक का रिकॉर्ड है। ऐसा दो दिसम्बर 2015 को हुआ था। उससे पहले या उसके बाद के रिकॉर्ड में इतनी गर्मी कभी दर्ज नहीं हुआ है।

सुबह-शाम धुंध गहराती जाएगी

मौसम विभाग का कहना है कि तापमान कम होने के साथ सुबह-शाम धुंध होगी। वह गहरा होता जाएगा। दिन में धूप खिलेगी। कुछ इलाकों में ठंडी हवाएं भी चल सकती हैं। दिसम्बर के अंत तक घने कोहरे की संभावना बनी हुई है।

5 दिन पहले ऐसे थे हालात

5 दिन पहले बंगाल की खाड़ी में उठा चक्रवाती तूफान मंडौस शुक्रवार रात तमिलनाडु के मामल्लापुरम तट से टकरा गया था। इसकी वजह से तटीय तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश और पुडुचेरी बुरी तरह प्रभावित हुए थे। वहां 65 से 70 किमी प्रति घंटा की रफ्तार से चल रही हवाओं और भारी बरसात ने नुकसान बढ़ा दिया। इस तूफान के असर से छत्तीसगढ़ का मौसम भी बदल गया था।

प्रदेश के अधिकांश हिस्से में हल्के बादल छा गये थे। इसकी वजह से दिन का तापमान भी काफी कम हो गया। शनिवार सुबह 11.30 बजे तक रायपुर का तापमान 18-19 डिग्री सेल्सियस मापा गया था। रायपुर में 3.6 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से ठंडी हवा भी चल रही थी। अंबिकापुर में अभी का तापमान 12 डिग्री सेल्सियस रहा। वहां हवा नहीं चल रही थी, लेकिन नमी का स्तर 84% तक पहुंच गया था। पेण्ड्रा रोड का तापमान 14-15 डिग्री सेल्सियस मापा गया है। अभी बिलासपुर सबसे गर्म जगह है। वहां सुबह 11.30 बजे का तापमान 24 डिग्री सेल्सियस मापा गया।

वहां 5.4 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार वाली हवा चल रही थी। मौसम विभाग का कहना था कि शनिवार को दिन भर बादल छाये रहने की संभावना बनी हुई है। ऐसे में प्रदेश के एक दो स्थानों पर हल्की वर्षा होने अथवा गरज चमक के साथ छींटे पड़ने की संभावना है। वर्षा का क्षेत्र मुख्यतः बस्तर-दुर्ग संभाग और उससे लगे बिलासपुर संभाग के जिलों में केंद्रित रह सकता है। बादलों की वजह से न्यूनतम तापमान में वृद्धि संभव है। बताया जा रहा है, बस्तर संभाग के कुछ स्थानों पर बुंदाबादी हुई है। अभी तक उल्लेखनीय बरसात कहीं रिकॉर्ड नहीं हुई है।

ये अनुमान भी था

रायपुर मौसम विज्ञान केंद्र के विज्ञानी एच.पी. चंद्रा ने बताया था, चक्रवाती तूफान तट से टकराने के बाद कमजोर हो रहा है। ऐसे में इसका असर भी कमजोर होगा। छत्तीसगढ़ में छाये बादलों के रविवार शाम तक बने रहने की संभावना है। उसके बाद उनका छंटना शुरू हो जाएगा। सोमवार तक आसमान साफ हो जाएगा। संभावना जताई जा रही है कि सोमवार के बाद न्यूनतम तापमान में गिरावट का दौर शुरू होगा।