छत्तीसगढ़

1962 की जंग के दौरान सदन में बहस हो सकती है अभी क्यों नहीं, PM चीन से डरते हैं-ओवैसी

नईदिल्ली I अरुणाचल प्रदेश के तवांग में पिछले हफ्ते के सैन्य गतिरोध के बाद भारत में राजनीति तेज हो गई है. इसको लेकर विपक्ष पार्टियां मोदी सरकार को लगातार घेर रही है. वहीं इसी बीच एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधा है. उन्होंने कहा है कि चीन पीएम मोदी की कमजोरी जानता है. मोदी चीन से डरते हैं. इस दौरान उन्होंने कहा कि हम भारतीय सेना से सवाल नहीं कर रहे हैं, हम सरकार से सवाल कर रहे हैं. ओवैसी ने कहा कि हमने पार्लियामेंट में भी कहा था-चीन मुर्दाबाद. इसके अलावा ओवैसी ने मोदी सरकार पर निशाना साधते हुए और कई बातें कहीं.

ओवैसी ने कहा कि मोदी सरकार तवांग के मुद्दे पर पार्लियामेंट में डिबेट क्यों नहीं कराना चाहती है. एआईएमआईएम प्रमुख ने कहा कि जब 1962 में जंग चल रही थी, उस समय भी पार्लियामेंट में डिबेट हुई थी. कुछ लोग कह रहे हैं कि वहां स्थिर हालात हैं. कोई स्थिर हालात नहीं हैं. पार्लियामेंट में इसको लेकर डिबेट होनी चाहिए. प्रधानमंत्री मोदी चीन से डरते हैं. चीन पीएम मोदी की कमजोरी को जान चुका है.

डेपसांग, डेमचाक की जमीन हम खो चुके हैं

ओवैसी ने आगे कहा कि डेपसांग, डेमचाक में 1000 किलोमीटर स्क्वायर जमीन हमलोग खो चुके हैं. चीनी पीएलए वहां पर बैठी हुई है. उन्होंने कहा कि मेरी बात भले कोई माने या न माने. लेकिन जब तारीख लिखी जाएगी 50 साल के बाद तब लोग बोलेंगे कि एक दीवाना पागलों की तरह बोल रहा था, जो सच्चाई साबित हुई है. इस दौरान जब ओवैसी से पूछा गया कि 1000 किलोमीटर स्क्वायर वाला आंकड़ा कहां से लाते हैं, इसके जवाब में उन्होंने कहा कि यह सच्चाई है. सैटेलाइट इमेजेज हैं. ओवैसी ने दावा करते हुए कहा कि आज भी चीन डेपसांग, डेमचाक में घुसा हुआ है.

अक्साई चीन वापस लीजिए, कोई नहीं रोकेगा

असदुद्दीन ओवैसी ने आगे पूछा कि जब चीन हमारी सीमा में नहीं घुसा था तो क्यों 14-15 राउंड की बातचीत क्यों हुई. उन्होंने कहा कि आज भारत के लिए सबसे बड़ा खतरा चीन है. उन्होंने कहा कि मैं मुसलमान हूं, इसलिए मेरी वफादारी पर लोगों को शक है. उन्होंने कहा कि भारतीय सेना पर कोई शक नहीं करता. ओवैसी ने आगे कहा कि चीन ऑल वेदर रोड बना रहा है कि तो हम भी बनाएं. उन्होंने अक्साई चीन को वापस लेने की बात कही. एआईएमआईएम प्रमुख ने कहा कि अक्साई चीन वापस लीजिए, कोई नहीं रोकेगा. जब चीन एग्रेसिव है तो हम क्यों नहीं. उन्होंने कहा कि घुसपैठ चीन की फितरत है. वह 1962 से लगातार एलएसी पर हरकत कर रहा है.

मैंने पार्लियामेंट में खड़े होकर कहा था चीन मूर्दाबाद

उन्होंने कहा कि पॉलिटिकल लीडरशीप पर सवाल है. डिसएंगेजमेंट, डिइंडक्शन के बाद क्या होगा, चीन क्या करेगा. हमने इन तमाम जगहों पर बफर जोन क्रिएट कर दिए. ओवैसी ने कहा कि हम प्रधानमंत्री मोदी से पूछना चाहते हैं कि वहां पर बफर जोन क्यों क्रिएट किया. इस तरह के कुछ सवाल हम पार्लियामेंट पूछना चाहते हैं. आप तो चीन का नाम तक नहीं लेना चाह रहे हैं. उन्होंने कहा कि मैंने पार्लियामेंट में खड़े होकर कहा था-चीन मूर्दाबाद. ओवैसी ने कहा कि मेरे देश का प्रधानमंत्री उससे (चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग) हाथ मिलाता है, जिसकी सेना डेमसांग, डेमचाक में 1000 किलोमीटर पर बैठी हुई है.