रायपुर I छत्तीसगढ़ में कांग्रेस सत्ता के 4 साल पूरे होने का जश्न मना रही है। प्रदेश का प्रमुख विपक्षी दल इस मुद्दे पर कांग्रेस को घेर रहा है। अधूरे वादों की लम्बी लिस्ट लेकर पूर्व मुख्यमंत्री भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष डॉ रमन रायपुर के भाजपा कार्यालय पहुंचे। उन्होंने कांग्रेस के काम-काज पर सवाल उठाए। प्रदेश में अपराध, खराब आर्थिक स्थिति का हवाला देकर कई तरह के आरोप कांग्रेस पर लगाए।
शुक्रवार को हुई इस प्रेस कॉन्फ्रेंस में डॉ रमन ने कहा- मैं याद करता हूं कि भाजपा के कार्यकाल में प्रदेश शांति के टापू के रूप में पहचाना जाता था। पूरे देश में छत्तीसगढ़ का नाम सम्मान के साथ लिया जाता रहा। भाजपा का 15 साल का इतिहास गौरवशाली रहा। एक रुपए किलो चावल योजना आई। जीरो परसेंट ब्याज में किसानों को कर्ज, डेवलपमेंट के सैकड़ों काम हुए, 22 हजार किलोमीटर सड़कों का जाल बिछा। 29 हजार नए स्कूल बने, 15 साल तक शांति के साथ गौरव के साथ लोग जश्न मनाते रहे।
डॉ रमन ने आगे कहा- पहले कहीं प्रदेश से हम बाहर चले जाएं देश की राजधानी दिल्ली हो या किसी और प्रदेश में। वहां जब पूछा जाता था कि आप कहां से हैं, छत्तीसगढ़ का नाम सुनकर प्रदेश की पहचान शांति प्रिय प्रदेश, विकसित होते राज्य के रूप में पहचान होती थी। छत्तीसगढ़ विकास के लिए जाना जाता था। आज जैसे ही बात करेंगे कि छत्तीसगढ़ से तो सामने वाला कहता है वहीं के जहां ED की जांच चल रही है। प्रदेश के अफसरों पर इनकम टैक्स, ED की जांच चल रही है भ्रष्टाचार के मामलों में वो जेल में हैं।
प्रदेश में विकास ठप, अपराध बढ़ा
डॉ रमन ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा- आज छत्तीसगढ़ में लोग ठगा सा महसूस कर रहे हैं, दुखी हैं। लोगों को 2003 की स्थिति याद आ रही है। आज वही हालात हो रहे हैं। कैसे तब राजनीतिक हत्याएं, लूट की वारदातें होती थीं। लोगों के मन में वही भाव है। आम आदमी डरा हुआ है।
अफीम, ब्राउन शूगर की तस्करी हो रही है और छत्तीसगढ़ ठगी का स्टार्टअप स्टेट बन गया है, अंडरवर्ल्ड गैंग का शूटर यहां मिलता है। आज स्थिति ये है हर चीज बिकाऊ है, भ्रष्टाचार में IPL की तरह रेट लग रहा है। NCRB की रिपोर्ट का हवाला देकर डॉ रमन ने कहा- छत्तीसगढ़ के कांग्रेस नेताओं को देखना चाहिए कि दुष्कर्म के मामले में प्रदेश का 6 वां स्थान पर है, डकैती में 5वें स्थान, फिरौती 4, हत्या 3, आत्महत्या पूरे देश में 2 नंबर पर है।
डॉ रमन ने कहा- प्रदेश की आर्थिक स्थिति खराब है, निर्माण विकास के काम ठप पड़े हैं। 4 साल 55 हजार करोड़ कर्ज लिया गया। इतना तो हमनें 15 साल में नहीं लिया था। प्रति व्यक्ति 30 हजार का कर्ज है आज। कर्ज ले रहे हैं तो उपयोग क्या हुआ ये भी समझ नहीं आया, कहीं कोई काम नहीं दिख रहा। अनियमित, संविदा कर्मचारियों से किया वादा भी अधूरा है।