छत्तीसगढ़

जवानों के लिए पिटाई शब्द ठीक नहीं, राहुल को जयशंकर ने पढ़ाया सेना के सम्मान का पाठ

नईदिल्ली I भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी को सेना के सम्मान का पाठ पढ़ाया है. राहुल ने सेना के जवानों के लिए ‘पिटने’ जैसे शब्दों का इस्तेमाल किया था. विदेश मंत्री ने उन्हें सलाह दी कि सेना के लिए इस तरह के शब्दों का इस्तेमाल नहीं किया जाना चाहिए. जयशंकर ने संसद में कहा कि हमें डायरेक्ट या इंडायरेक्ट भी जवानों की आलोचना नहीं करनी चाहिए. उन्होंने कहा कि हमें राजनीतिक आलोचना से कोई समस्या नहीं है, लेकिन हमें अपने जवानों का अपमान नहीं करना चाहिए. भारत-चीन सैनिकों में झड़प को लेकर कांग्रेस नेता ने सरकार को घेरने की कोशिश की थी और कहा था कि ‘वे (चीनी सेना) हमारे जवानों को पीट रहे हैं.’

विदेश मंत्री एस जयशंकर ने सोमवार को संसद में कहा कि, ‘जब मैं देखता हूं कि कौन सलाह दे रहा है तो मैं केवल झुक सकता हूं और सम्मान कर सकता हूं. जवानों के लिए पिटाई शब्द का इस्तेमाल नहीं होना चाहिए.’ उन्होंने कहा कि अगर हम चीन के प्रति उदासीन थे तो भारतीय सेना को सीमा पर किसने भेजा. अगर हम चीन के प्रति उदासीन थे तो आज चीन पर डी-एस्केलेशन और डिसइंगेजमेंट के लिए दबाव क्यों बना रहे हैं? हम सार्वजनिक रूप से क्यों कह रहे हैं कि हमारे संबंध सामान्य नहीं हैं?’

राज्यसभा में विदेश मंत्री जयशंकर ने कहा कि ‘हमें प्रत्यक्ष या परोक्ष रूप से अपने जवानों की आलोचना नहीं करनी चाहिए. हमारे जवान यांग्त्से में 13 हजार फीट की ऊंचाई पर खड़े होकर हमारी सीमा की रखवाली कर रहे हैं. उनका सम्मान और सराहना की जानी चाहिए.’

‘वे अरुणाचल में हमारे जवानों की पीट रहे हैं’

गौरतलब है कि, राहुल ने शुक्रवार को जयपुर में अपनी भारत जोड़ो यात्रा के दौरान दावा किया था कि चीन युद्ध की तैयारी कर रहा है, जबकि सरकार सोई हुई है और इस खतरे को नजरअंदाज करने की कोशिश कर रही है. उन्होंने कहा था कि चीन ने भारत की 2000 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र पर कब्जा कर लिया. हिंदुस्तान के 20 जवान शहीद हो गए. वे (चीन) हमारे जवान को अरुणाचल में पीट रहे हैं. राहुल गांधी ने विदेश मंत्री को नसीहत दी थी कि उन्हें अपनी सोच और समझ बढ़ानी चाहिए. राहुल गांधी ने सरकार पर जानकारी छुपाने का भी आरोप लगाया था.