भाई ने दी भाई की हत्या की सुपारी।
बिलासपुर। हिस्ट्रीशीटर पूर्व कांग्रेस नेता संजू त्रिपाठी को मरवाने के लिए साजिश करने वाले छोटे भाई कपिल त्रिपाठी ने पहले भी दो बार शूटर्स बुलवाए थे और खुद शहर से बाहर था। दोनों बार शूटर्स संजू को मार नहीं पाए। संजू ने या तो रास्ता बदल दिया फिर उसके साथ कार में दोस्त भी सवार थे। ऐसे में उनकी प्लानिंग फेल हो गई। इधर, सोमवार को पुलिस ने सभी गिरफ्तार आरोपियों को कोर्ट में पेश किया, जहां कपिल त्रिपाठी और उसके दो दोस्त को दो दिन के लिए पुलिस रिमांड पर लिया गया है। इस दौरान पुलिस उनसे शूटर्स की जानकारी जुटाएगी।
छोटे भाई ने रची हत्या की साजिश।
कुख्यात बदमाश और पूर्व कांग्रेस नेता संजू त्रिपाठी की हत्या की साजिश में शामिल पिता जयनारायण त्रिपाठी, कपिल की पत्नी सुतित्रा त्रिपाठी, बहन, को पुलिस ने न्यायिक रिमांड पर भेज दिया है। इससे पहले कपिल त्रिपाठी, प्रेम श्रीवास और सुमित निर्मलकर के साथ इन सभी आरोपियों को कोर्ट में पेश किया गया। इस केस की सुनवाई के दौरान कोर्ट को बताया कि साजिशकर्ता कपिल त्रिपाठी व उसके दो साथी प्रेम और सुमित से पुलिस को पूछताछ कर साक्ष्य जुटाना है। इसलिए उन्हें पुलिस रिमांड पर दिया जाए। कोर्ट ने पुलिस के आग्रह को स्वीकार कर लिया और तीनों आरोपियों को 21 दिसंबर तक दो दिन के लिए रिमांड दे दिया।
दिल्ली से ट्रांजिट रिमांड पर लाए जाएंगे चार आरोपी
कोर्ट को पुलिस ने यह भी बताया कि हत्या की वारदात में शूटर्स अभी फरार हैं। जबकि, साजिश में शामिल भरत तिवारी, आशीष तिवारी, रवि तिवारी और राजेंद्र ठाकुर दिल्ली पुलिस की गिरफ्त में है। उन्हें ट्रांजिट रिमांड पर लाया जा रहा है। उनके आने पर उनसे पूछताछ कर उन्हें भी कोर्ट में पेश किया जाएगा।
बेटे की हत्या कराने वाले पिता को जेल।
प्लान ए फेल होने के बाद दो बार बुलाया था शूटर
पुलिस की पूछताछ में पता चला है कि मुख्य आरोपी कपिल त्रिपाठी ने मई में हुए विवाद के दौरान संजू त्रिपाठी पर हत्या के प्रयास का मामला दर्ज किया गया था। लेकिन, अपनी पहुंच और पुलिस से मिलकर उसने धारा 307 कटवा ली थी। तभी अक्टूबर में कपिल ने अपने पिता जयनारायण त्रिपाठी से प्लान ए फेल होने और प्लान बी पर काम करने की बात कही थी। उनका प्लान बी संजू की हत्या कराना था। इस प्लानिंग के तहत कपिल ने तय किया था कि, जब कपिल की हत्या होगी, तब वह शहर से बाहर रहेगा। प्लान के अनुसार उसने अक्टूबर के बाद से नवंबर और दिसंबर में दो बार शूटर्स बुलवाया था। लेकिन, दोनों बार शूटर्स फेल हो गए। उस समय कपिल शहर से बाहर था। तब उसे लगा कि इस बार वह हत्या कराने के बाद ही शहर छोड़ेगा। तीसरी बार उसने शूटर्स बुलवाए और दोस्त प्रेम श्रीवास और सुमित निर्मलकर सहित अन्य दोस्तों के माध्यम से संजू की रैकी कराई और हत्या की उनकी प्लानिंग कामयाब हो गई।
पुलिस ने हत्या के षडयंत्रकारियों को किया बेनकाब।
दो संदेहियों को छोड़ने पर उठे सवाल
पुलिस ने इस बहुचर्चित हत्याकांड में कपिल के दो अन्य दोस्तों को भी पकड़ा था, जिन्होंने संजू की हत्या के बाद शाम को मुख्य आरोपी कपिल को संरक्षण देते हुए रायपुर तक पहुंचाया। उनकी मदद से ही कपिल रायपुर और फिर भिलाई होते हुए फरार हो गया। उनकी संलिप्तता सामने आने के बाद भी पुलिस ने उन्हें पूछताछ कर छोड़ दिया है, जिसके कारण हत्या जैसी गंभीर वारदात में संदेहियों को छोड़ने पर सवाल उठ रहा है।
हथियार सप्लाई करने वालों की तलाश में जुटी पुलिस
पुलिस ने हत्या की साजिश रचने वाले सभी आरोपियों को पकड़ लिया है। लेकिन, हत्या की इस वारदात की सबसे अहम कड़ी शूटर्स और हथियार उपलब्ध कराने वाले सभी आरोपी पुलिस गिरफ्त से बाहर है। हालांकि, पुलिस अफसरों का दावा है कि हथियार उपलब्ध कराने वाले सप्लायर के साथ ही शूटर्स भी शीघ्र ही पुलिस की गिरफ्त में होंगे।
गिरफ्तार 11 आरोपी, इनकी भूमिका और जब्त सामान
- पिता- जयनारायण त्रिपाठी (73) निवासी शनिचरी बाजार व भिलाई
यह संजू त्रिपाठी का पिता है। पैतृक संपत्ति विवाद के कारण अपने छोटे बेटे कपिल त्रिपाठी के साथ मिलकर पूरी हत्याकांड की साजिश को रचा था। इसके मोबाइल पर कई कॉल रिकॉर्ड मिले, जिसमें हत्या की प्लानिंग से लेकर फरार होने तक की बातों का जिक्र है। यह घटना के बाद बिलासपुर आ गया और कपिल त्रिपाठी को बचाने की कोशिश में लगा रहा। इसके भिलाई स्थित घर से एक नग पिस्टल बरामद हुआ है। जिसमें 02 राउंड 7.65 एमएम एमएम जिन्दा राउंड मैग्जीन मिली।
- भाई- कपिल त्रिपाठी (38) निवासी- शैलेन्द्र नगर अमेरी
पुलिस के मुताबिक, यही हत्याकांड का मास्टरमाइंड है। संपत्ति विवाद और वर्चस्व की लड़ाई के लिए पूरी साजिश को रचा। इसने स्थानीय और बाहरी शूटर्स बुलवाकर घटना को अंजाम गया। घटना के बाद खुद को छिपाने के लिए इसने पहले से ही जम्मू-कश्मीर, नेपाल, दिल्ली में रेकी कर चुका था। इसने पूरी प्लानिंग की, हथियार खरीदे, शूटरों को पैसे दिए, उन्हें अपने घर में रुकवाया. इसने अपराध में शामिल लोगों को यह भरोसा दिलाया था कि, वह बाहर रहकर इनकी मदद करेगा और इन्हें छुड़वा लेगा।
- सुमित निर्मलकर पिता पंचराम (24) निवासी घुरू अमेरी
इसने कपिल व अन्य के साथ मिलकर पूरी घटना की योजना बनाई। घटना वाले दिन हत्या के बाद किराए की स्कार्पियो लेकर भिलाई पहुंचा। फिर कपिल त्रिपाठी के फरार होने में सहायोग किया और स्वयं भी कपिल त्रिपाठी के साथ फरार हो गया।
- प्रेम उर्फ बजरंग श्रीवास पिता राजेश (30) निवासी मिनीबस्ती जरहाभाठा
इसने कपिल त्रिपाठी के साथ योजना बनाई और उत्तरप्रदेश से 5 शूटर्स बुलाए। साथ ही इसने ही अपने 10 लाख में शूटर्स से सौदा किया था। प्रकरण में उपयोग लाए गए पिस्टल खरीदने में भी इसकी अहम भूमिका रही।
- सुतित्रा त्रिपाठी पति कपिल त्रिपाठी (36) निवासी शैलेन्द्र नगर अमेरी
यह कपिल त्रिपाठी की पत्नी है, जो षडयंत्र में आरोपियों की सहभागी थी। घटना के बाद भारत – नेपाल सीमा में स्थित अपने मायके पिथौरागढ़ (उत्तराखंड) में आरोपी कपिल त्रिपाठी के छिपने की व्यवस्था कराई थी। इसने सारा सामान भी पैक कर लिया था, लेकिन उससे पहले ही पुलिस उसके घर पहुंच गई।
- दत्तक पुत्री
आरोपी जयनारायण त्रिपाठी के शनिचरी स्थित मकान में रहती थी और उस प्रॉपर्टी की दावेदार बन गई थी। इसके अलावा संजू ने पिता को इसे प्रॉपर्टी देने का विरोध किया, जिसके बाद से इसने सभी को संजू की हत्या के लिए उकसाया था। इसके घर से एक पिस्टल, एक देशी कट्टा बरामद हुआ है।
- अमन गुप्ता पिता यशवंत (23) निवासी मुंगेली नाका
यह दाऊ मेडिकर स्टोर संचालक का बेट और कपिल का दोस्त है। इसने घटना में प्रयोग की गई स्विफ्ट डिजायर, एलेन्द्रा गाड़ी उपलब्ध कराई थी, जो इसी की है। आरोपी अमन गुप्ता अपने अन्य साथियो के साथ मृतक संजू त्रिपाठी का रेकी कर शूटर्स को घटना स्थल पर पहुंचने की सूचना दिया और घटना के बाद शूटर्स को भागने में सहयोग किया। उसने आरोपियो को शहडोल छोड़ा और बिलासपुर आ गया था. ताकि, इस पर संदेह ना हो। हालांकि, पुलिस जब इसकी तलाश शुरू की तो फरार हो गया था।
- भरत तिवारी पिता रामफल (42) निवासी शनिचरी
यह दत्तक पुत्री का पति है। जिसे मृतक संजू त्रिपाठी द्वारा दत्तक पुत्री के शारीरिक शोषण करने की जानकारी थी और मृतक संजू त्रिपाठी भी इसके साथ आए दिन मारपीट करता था, जिसके कारण कपिल त्रिपाठी की योजना में शामिल हो गया और पूरी घटना को खुद अंजाम देने की जिम्मेदारी ले ली। घटना वाले दिन संजू त्रिपाठी की रेकी किया और घटना के बाद अन्य आरोपियो के साथ फरार हो गया।
- आशीष तिवारी पिता विजय (29) निवासी शनिचरी
यह आरोपी भरत तिवारी का भतीजा है। इसने कपिल त्रिपाठी, भरत तिवारी आदि के साथ मिलकर घटना की योजना बनाई और शूटर्स को भगाने में सहयोग किया। इसने भी घटना स्थल की रेकी की थी और हत्या का इल्जाम अपने सिर लेने की योजना में भी शामिल रहा।
- रवि तिवारी पिता व्यास (32) निवासी शनिचरी
यह भरत तिवारी का भांजा है। इसने कपिल त्रिपाठी, भरत तिवारी आदि के साथ मिलकर घटना की योजना बनाई और शूटर्स को भगाने में सहयोग किया। इसने भी संजू और घटनास्थल की रेकी की थी। वह भी हत्या की जिम्मेदारी लेने के षडयंत्र में शामिल रहा।
- राजेन्द्र सिंह ठाकुर
यह आरोपी प्रेम उर्फ बजरंग श्रीवास के वाहन का चालक है, जिसे योजना के संबंध में पूरी जानकारी थी, जो घटना के समय प्रेम श्रीवास के साथ था और शूटर्स को भगाने में सहयोग किया है।