नई दिल्ली: भारत के कप्तान केएल राहुल ने बांग्लादेश के खिलाफ दूसरे टेस्ट मैच में जब अपने प्लेइंग इलेवन के बारे में बताया तो सब हैरान रह गए। दरअसल प्लेइंग इलेवन में पिछले मैच के जीत के हीरो कुलदीप यादव का नाम नहीं था। उनके स्थान पर 12 साल बाद टेस्ट में वापसी कर रहे जयदेव उनादकट को शामिल किया गया।
फैंस के साथ-साथ टीम मैनेजमेंट के इस फैसले पर भारत के दिग्गज बल्लेबाज सुनील गावस्कर को भी हैरानी हुई।
उन्हें ड्रॉप करने के फैसले को गावस्कर ने ‘अविश्वसनीय’ करार दिया। 22 महीनों के बाद अपनी टेस्ट वापसी पर कुलदीप ने ‘प्लेयर आफ द मैच’ का पुरस्कार जीता, चटगांव के जहूर अहमद चौधरी स्टेडियम में पहले टेस्ट में 188 रन की जीत के बाद भारत ने दो मैचों की श्रृंखला में 1-0 की बढ़त हासिल की।
कुलदीप ने चटगांव में टेस्ट मैच में आठ विकेट चटकाए, जबकि कुल 113 रन दिए, उन्होंने पहली पारी में पांच विकेट झटके। उन्होंने बल्ले से भी महत्वपूर्ण योगदान दिया, पहली पारी में करियर के सर्वश्रेष्ठ 40 रन बनाकर और रविचंद्रन अश्विन के साथ आठवें विकेट के लिए 92 रन जोड़कर भारत को 404 रन बनाने में मदद की।
ब्रॉडकास्टर सोनी स्पोर्ट्स नेटवर्क ने टॉस के बाद गावस्कर के हवाले से कहा, “मैन आफ द मैच को बाहर करना, यह अविश्वसनीय है। यही एकमात्र शब्द है जिसका मैं उपयोग कर सकता हूं। मैं काफी कड़े शब्दों का इस्तेमाल करना चाहूंगा, लेकिन यह अविश्वसनीय है कि आपने एक ‘मैन आफ द मैच’ को टीम में शामिल नहीं किया, जिसने 20 में से आठ विकेट झटके।”
उनादकट ने लिया पहला विकेट
कुलदीप यादव के स्थान पर शामिल किए गए तेज गेंदबाज जयदेव उनादकट ने भी अपने प्रदर्शन से निराश नहीं किया। उन्होंने पहले दिन 16 ओवर की गेंदबाजी में 50 रन दिए और 2 महत्वपूर्ण विकेट भी हासिल किया। उन्होंने जाकिर हसन को आउट कर अपने टेस्ट करियर का पहला विकेट लिया।