छत्तीसगढ़

Delhi Kanjhawala Case: अंजलि मौत मामले में कई पुलिसकर्मियों पर होगा एक्शन, गृह मंत्रालय को सौंपी गई रिपोर्ट

नईदिल्ली I दिल्ली के कंझावला मामले में पुलिस ने गृह मंत्रालय को गुरुवार (12 जनवरी) को जांच रिपोर्ट सौंप दी है. रिपोर्ट में सिफारिश की गई है कि घटनास्थल के आसपास मौजूद तीन पुलिस पीसीआर और दो पुलिस पिकेट पर तैनात पुलिसकर्मियों को तुरंत निलंबित किया जाए. साथ ही इनके खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई की भी अनुशंसा की है. गृह मंत्रालय ने सिफारिश मानते हुए पुलिस को एक्शन लेने को कहा है.

रिपोर्ट में इसके अलावा सिफारिश की गई कि उस इलाके के पर्यवेक्षक को ढिलाई बरतने के चलते उन पर तुरंत सख्त कार्रवाई हो. पुलिस ने अंजिल केस में शामिल सभी आरोपियों के खिलाफ फास्ट ट्रायल के लिए भी कहा है. अंजलि सिंह के स्कूटर को टक्कर मारने के बाद एक कार उसे सुलतानपुरी से कंझावला तक करीब 12 किलोमीटर तक घसीटते हुए ले गई थी. घटना में पीड़ित महिला की मौत हो गई थी.

कौन हुए गिरफ्तार?
दिल्ली पुलिस इस पूरे मामले में पहले दीपक खन्ना (26), अमित खन्ना (25), कृष्ण (27), मिथुन (26) और मनोज मित्तल को गिरफ्तार किया था. बाद में दो लोगों आशुतोष और अंकुश खन्ना को भी आरोपियों का बचाव करने के आरोप में पकड़ा गया था. 

अंजलि के साथ मौजूद निधि ने क्या बताया था? 
मृतक अंजलि के साथ आखिरी समय स्कूटी पर निधि ही मौजूद थी. उसने बताया कि एक्सीडेंट वाली रात कार ने स्कूटी को टक्कर मारी और फिर अंजलि को निकालने की कोशिश में असफल होने के बाद आरोपी उसे घिसटकर ले गए. निधि एक साइड में गिर गई थी. इसके बाद उससे सवाल किया गया कि उसने पुलिस को क्यों नहीं बताया तो निधि ने जवाब दिया कि वो डर गई थी.

निधि ने यह भी बताया था कि अंजलि ने होटल में हो रही नए साल की पार्टी में ड्रिंक की थी. इस कारण मैंने उसे स्कूटी चलाने के लिए मना किया, लेकिन वो नहीं मानी और हमारे बीच लड़ाई हुई थी. इस पर अंजलि की मां ने कहा था कि वो निधि को नहीं जानती हैं. उसने सब गलत बताया है.