कांकेर : कांकेर जिले के चारामा ब्लॉक के आंवरी गांव में राष्ट्रीय ध्वज के अपमान का मामला सामने आया है। 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस के मौके पर आंगनबाड़ी केंद्र में ध्वजारोहण किया गया था। नियम के मुताबिक, तिरंगे को उसी शाम सूर्यास्त से पहले सम्मानपूर्वक उतारकर रखा जाना था, लेकिन गणतंत्र दिवस के 4 दिन बाद भी ध्वज फहराता रहा। जब मामले ने तूल पकड़ा, तब जाकर रविवार सुबह तिरंगा उतारा गया।
बता दें कि 26 जनवरी को ध्वजारोहण के बाद आंगनबाड़ी केंद्र प्रभारी बेदी बंजारे अपने घर लौट गई, लेकिन शाम में तिरंगे को उतारने की बड़ी जिम्मेदारी उन्हें याद नहीं रही। यही नहीं अगले दिन भी ध्वज नहीं उतारा गया और पूरे 4 दिन तक तिरंगा यहां फहराता रहा। 29 जनवरी की सुबह जब मामला सोशल मीडिया में आया, तब प्रशासनिक अधिकारियों को इसकी सूचना लगी और आननफानन में आंगनबाड़ी केंद्र की सुपरवाइजर शकुंतला कोमरे मौके पर पहुचीं। उन्होंने आंगनबाड़ी केंद्र प्रभारी को भी मौके पर बुलवाकर राष्ट्रीय ध्वज को नीचे उतरवाया।
राष्ट्रीय ध्वज के अपमान के इस गम्भीर मामले पर अब जिला प्रशासन ने भी संज्ञान लिया है। महिला एवं बाल विकास विभाग को कार्रवाई के लिए निर्देशित किया गया है। चारामा एसडीएम डीसी गोलछा ने कहा कि आंगनबाड़ी केंद्र की सुपरवाइजर को मौके पर भेजा गया था, साथ ही संबंधित विभाग को मामले की जांच के बाद कार्रवाई के लिए निर्देशित किया गया है।