छत्तीसगढ़

छत्तीसगढ़ : पिछले साल से 14 हजार क्विंटल ज्यादा धान की हुई खरीदी, केंद्रों में 9 प्रतिशत धान जाम

रायपुर : कल धान की खरीदी का अंतिम दिन रहा। इस साल पिछले साल की अपेक्षा दुर्ग जिले के किसानों ने 14215 क्विंटल धान अधिक बेचा है। इस साल 1.01 लाख किसानों ने 4.31 लाख मीट्रिक टन धान बेचा है। जबकि पिछले साल 4.17 लाख मीट्रिक टन धान बेचा गया था। इसके बाद भी धान खरीदी का जो लक्ष्य तय था, उसे पूरा नहीं किया जा सका है। धान बेचने के साथ ही शासन किसानों को 48 घंटे के अंदर में धान की राशि का ऑन लाइन खाते में जमा कर रही है।

दुर्ग में करीब 50 किसान मात्र बचे हैं, जिनके खाते में बुधवार-गुरुवार तक पेमेंट जारी कर दिया जाएगा। धान खरीदी केंद्रों से 91 प्रतिशत धान का उठाव कर लिया गया है। मात्र 9 प्रतिशत धान ही खरीदी केंद्रों में रखा हुआ है। जिसका उठाव करना बचा है। र 5 दिन में सभी केंद्रों से धान का उठाव हो जाने का दावा किया गया है।

28,575 लाख का कर्ज चुका दिया किसानाें ने, जिन्होंने धान नहीं बेचा उनका ही बकाया
जिले के किसानों ने जमकर धान की खेती की और धान बेचा। साथ ही धान बेचने के साथ ही किसानों ने सोसाइटियों से धान की खेती के लिए जो कर्ज लिया था। उसे भी तत्काल प्रभाव से चुका दिया है। ऑनलाइन लीकिंग के माध्यम से जिले के किसानों ने 30,471 लाख रुपए का कर्ज लिए थे। धान बेचने के साथ ही किसानों ने अपने कर्ज का 28,575 लाख रुपए लीकिंग के माध्यम से तत्काल में चुका दिए है। बची हुई कर्ज की राशि उन किसानों की है, जिन्होंने धान बेचा ही नहीं है।

जिले के 1.04 लाख किसानों ने कराया था अपना पंजीयन

  • 1,04,967 किसानों का पंजीयन।
  • 1,01,607 किसानों ने धान बेचा।
  • 4,31,318 टन धान बेचा गया।
  • 88,086.15 लाख रुपए का धान जिले के किसानों द्वारा बेचा गया।
  • 3,92,068 टन धान का उठाव खरीदी केंद्रों से किया जा चुका।
  • 39,250 टन उपार्जन केंद्रों में शेष है। इसका उठाव होना है।

समितियों में पंजीयन तो कराया लेकिन जिले में 3360 किसानों ने नहीं बेचा धान
सरकार समर्थन मूल्य में धान की खरीदी कर रही है। धान बेचने के 48 घंटे के अंदर शासन किसानों को धान का मूल्य भी उनके खाते में जमा कर दे रहे हैं। इसके अलावा बेचे गए धान का क्विंटल पीछे शासन बोनस भी अलग से देगी। इसके बाद भी इस साल दुर्ग जिले के 3360 किसानों ने समर्थन मूल्य पर धान नहीं बेचा। जबकि इन किसान ने धान बेचने के लिए पंजीयन कराया था। जिले के 1.04 लाख किसानों ने पंजीयन किराया था। इसमें से 1.01 लाख किसानों ने धान बेचा है।

भौमिक बघेल, डीएमओ मार्कफेड दुर्ग ने बताया कि धान उठाव का काम तेजी से चल रहा है। अबतक हुए धान खरीदी का 90 प्रतिशत धान का उठाव के लिए डीओ जारी कर चुके है। मात्र 10 प्रतिशत धान बचा है, जिसका एक दो दिन में डीओ जारी करके 5 दिन के अंदर उठाव कर लिया जाएगा।”