नई दिल्ली । भारतीय टीम के तेज गेंदबाज इशांत शर्मा ने हाल ही में एक शो के दौरान अपने करियर के सबसे मुश्किल दौर से जुड़ा एक किस्सा शेयर किया है। उन्होंने बताया है कि साल 2013 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ मोहाली वनडे में हार के बाद वह एक महीने तक रोते रहे थे और खुद को टीम की हार का कारण मानते रहे।
दरअसल, भारतीय टीम से बाहर चल रहे इशांत शर्मा ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 2013 में मोहाली में खेले गए वनडे मैच को अपने करियर का सबसे खराब पल मानते हैं। उन्होंने हाल ही में बताया कि उनके पास सफेद गेंद के क्रिकेट में भी बड़ी उपलब्धि हासिल करने की क्षमता थी, लेकिन उस मैच के एक ओवर ने उनके करियर की दिशा को एकदम बदल कर रख दिया।
इशांत ने कहा, ”जो चीज मुझे सबसे ज्यादा खलती है वो ये है कि हार की वजह मैं था। मैं उस समय अपनी वाइफ को डेट कर रहा था और मैंने उससे बात की और फिर लगभग एक महीने तक मैं रोता रहा। मैं उसे कॉल करता और हर दिन रोता था।”
क्रिकबज के राइज ऑफ इंडिया शो में इशांत ने जार्ज बेली के नेतृत्व वाली ऑस्ट्रेलिया टीम के खिलाफ 2013 वनडे मैच को याद किया और कहा एक ही ओवर में जेम्स फॉकनर ने 30 रन जड़े थे, जिसमें 4 छक्के और एक चौका शामिल था। उस वक्त मैच जीतने के लिए कंगारू टीम को 3 ओवर में 44 रन चाहिए थे और इशांत के ओवर में जेम्स ने ताबड़तोड़ बल्लेबाजी करते हुए मैच को ऑस्ट्रेलिया की झोली में डाल दिया।
उन्होंने इस दौरान आगे कहा, ”मेरा सबसे खराब पल साल 2013 कंगारू टीम के खिलाफ मोहाली में रहा था। उस वक्त अच्छी चीज ये हुई थी कि माही भाई (एमएस धोनी) और शिखर धवन मेरे कमरे में आए, जोकि वो मैच खेल रहे थे। उन्होंने कहा कि देख तू अच्छा खेल रहा है। सिर्फ उस एक मैच की वजह से ऐसी धारणा बन गई है कि मैं व्हाइट बॉल बॉलर नहीं हू।”