बालकोनगर, 14 मार्च। वेदांता समूह की कंपनी भारत एल्यूमिनियम कंपनी लिमिटेड (बालको) ने विश्व महिला दिवस-2023 के अवसर पर सामुदायिक विकास कार्यक्रम की ‘उन्नति परियोजना’ के अंतर्गत ‘उन्नति उत्सव’ आयोजित किया। थीम ‘एम्ब्रेस इक्विटी’ पर आयोजित कार्यक्रम में बालको गठित महिला स्वयं सहायता समूहों की लगभग 500 प्रतिभागियों की उपस्थिति में 13 कम्युनिटी चैंपियंस को सम्मानित किया गया जिन्होंने बालको के विभिन्न परियोजनाओं जैसे उन्नति, नयी किरण, मोर जल मोर माटी, आरोग्य और वेदांत स्किल स्कूल में अपने योगदान से राष्ट्रीय और स्थानीय स्तर पर विशिष्ट पहचान बनाई है। महिला उद्यमियों ने स्टॉल प्रदर्शन, नाट्य प्रस्तुति और सांस्कृतिक कार्यक्रम में एक से बढ़कर एक प्रस्तुतियां दी। कार्यक्रम में ‘वॉक ऑफ इक्विटी’ का भी आयोजन किया गया जो बालको के समानता को अपनाने की प्रतिबद्धता को दर्शाता है।
कार्यक्रम में बालको ने धनेश्वरी गोस्वामी जैसे सामुदायिक चैंपियन की सराहना की जिन्होंने छत्तीसा प्रशिक्षण में सक्रिय रूप से भाग लिया और खुद को चॉकलेट उत्पादन में एक मास्टर ट्रेनर के रूप में स्थापित किया। छात्र पीयूष कुमार ने नई किरण परियोजना के जागरूकता कार्यक्रम से प्रेरित होकर सहपाठी छात्राओं के लिए सेनेटरी नैपकिन खरीदने के लिए क्लास फंड इकट्ठा करने की पहल की। उन्नति से प्रशिक्षण प्राप्त रेखा डहरिया सामुदायिक महिलाओं को आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बनाने के लिए सिलाई का प्रशिक्षण देती हैं। जीवन में सकारात्मक प्रभाव के लिए पुरस्कार विजेताओं ने बालको के प्रयासों के प्रति आभार व्यक्त किया।
बालको के मुख्य कार्यकारी अधिकारी एवं निदेशक श्री राजेश कुमार ने उन्नति उत्सव की प्रशंसा करते हुए कहा कि हम सभी अपने समाज को सकारात्मक रूप से बदलने के लिए एकजुट हैं। महिलाओं को आगे बढ़ाने के लिए उन्हें अनेक अवसर बालको की परियोजना उन्नति के जरिए उपलब्ध कराए गए हैं। उन्होंने महिलाओं को प्रोत्साहित करते हुए कहा कि वे स्वयं को आर्थिक रूप से सशक्त बनाएं। इससे उन्हें समाज में अपनी स्वतंत्र पहचान स्थापित करने में मदद मिलेगी। श्री कुमार ने कहा कि महिलाएं अपने परिवार, समाज और देश को बुलंदियों पर ले जाने में अपना योगदान दें। बालको स्थानीय समुदायों की महिलाओं को कौशल प्रशिक्षण, वित्तीय साक्षरता, आय स्त्रोत जैसे पहल से जोड़कर उनके सशक्तिकरण की यात्रा में समर्थन देने के लिए प्रतिबद्ध है।
बालको ने सैनिटरी नैपकिन की मैन्युफैक्चरिंग माइक्रो एंटरप्राइज की एक इकाई “उन्नारी” का उद्घाटन किया। इसमें महिलाओं को सैनिटरी नैपकिन बनाने और बेचने के लिए प्रशिक्षित किया जाएगा। हमारी एसएचजी महिलाओं को सामाजिक और आर्थिक रूप से सशक्त बनाने और उनके स्वस्थ्य जीवनशैली को सुनिश्चित करने की दिशा में यह एक मजबूत कदम है।
उन्नति परियोजना के जरिए महिलाओं को अनेक गतिविधियों से जोड़ा गया है जिससे उन्हें आजीविका प्राप्त करने और खुद के पैरों पर खड़े होने में मदद मिली है। कोरबा के 45 शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में लगभग 470 स्वयं सहायता समूहों की लगभग 5000 महिलाओं को विभिन्न कार्यक्रमों से लाभ मिल रहा है। परियोजना के अंतर्गत महिला स्वयं सहायता समूहों के फेडरेशन विकास की दिशा में कार्य जारी है। महिलाओं को क्षमता निर्माण, वित्तीय प्रबंधन, सूक्ष्म उद्यमों के प्रचालन का प्रशिक्षण दिया जा रहा है।