छत्तीसगढ़

Wrestlers Protest: पहलवानों के समर्थन में खाप, आज कुरुक्षेत्र महापंचायत में होगा फैसले का ऐलान, राकेश टिकैत बोले- राष्ट्रपति से मिलेंगे

नईदिल्ली : बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ आंदोलन कर रहे पहलवानों के समर्थन में अब खाप पंचायतें उतर गई हैं. मुजफ्फरनगर के सोरम में गुरुवार (1 जून) पहलवानों के मुद्दे पर सर्व खाप पंचायत हुई, जिसमें करीब 50 खापों के प्रतिनिधि शामिल हुए. बालियान खाप के चौधरी और भारतीय किसान यूनियन (BKU) के अध्यक्ष नरेश टिकैत के बुलावे पर आयोजित इस पंचायत में पहलवानों के मुद्दे पर खाप प्रतिनिधियों ने चर्चा की. बैठक में खाप प्रतिनिधियों ने फैसला सुरक्षित कर लिया. आज (2 जून) हरियाणा के कुरुक्षेत्र में महापंचायत बुलाई गई है, जिसमें इसे पढ़ा जाएगा.

इसके साथ ही खाप प्रतिनिधि राष्ट्रपति से मुलाकात करेंगे. बीकेयू के प्रवक्ता राकेश टिकैत ने कहा, बहुत जल्द ही खाप प्रतिनिधि राष्ट्रपति से मिलेंगे. टिकैत ने बताया कि अगली बैठक शुक्रवार (2 जून) को कुरुक्षेत्र में होगी.

राष्ट्रपति और गृह मंत्री से मिलेंगे- नरेश टिकैत

सर्व खाप पंचायत बुलाने वाले नरेश टिकैत ने कहा, यह संघर्ष आखिरी दम तक जारी रहेगा. उन्होंने एक बार फिर बृजभूषण सिंह की गिरफ्तारी की मांग की और पहलवानों के खिलाफ दर्ज मुकदमे वापस लेने को कहा. उन्होंने कहा, इस मामले को लेकर हम राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री और गृह मंत्री से मिलेंगे. इसमें जातिवाद की बात नहीं है, ये देश का प्रतिनिधित्व करने वाले पहलवानों का मुद्दा है.

राकेश टिकैते बोले- योद्धा की जाति नहीं होती

राकेश टिकैत ने मोदी सरकार पर पहलवानों को बांटने का आरोप लगाया. उन्होंने कहा, इन लोगों ने पहले धर्म को बांटा. लालू फैमिली को बांटा, अखिलेश फैमिली को बांटा. अब कह रहे हैं कि ये लोग एक जाति से हैं. पहलवान जहां भी जाते हैं, वहां देश का झंडा लेकर जाते हैं. गुर्जर और राजपूत समाज से एकजुट होने का आह्वान करते हुए टिकैत ने कहा कि योद्धा की कोई जाति नहीं होती है. 

गंगा में मेडल बहाने जा रहे थे पहलवान

इसके पहले मंगलवार (30 मई) को गंगा में मेडल प्रवाहित करने जा रहे पहलवानों को रोकने के बाद नरेश टिकैत ने 1 जून के दिन पंचायत बुलाने का ऐलान किया था. दिल्ली पुलिस के उन्हें जंतर मंतर से हटाने और एफआईआर दर्ज करने से दुखी पहलवानों ने अपने जीते हुए मेडल गंगा में प्रवाहित करने की घोषणा कर दी थी. शाम को सभी पहलवान हरिद्वार स्थित हर की पौड़ी पर मेडल प्रवाहित करने पहुंच भी गए थे, तभी किसान नेता नरेश टिकैत की एंट्री हुई और उन्होंने पहलवानों को समझाकर मेडल बहाने से रोक दिया.