नईदिल्ली : वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप (WTC) फाइनल मुकाबले के पहले दिन से ही ऑस्ट्रेलियाई टीम भारत पर पूरी तरह से हावी दिखाई दी. इसके बाद भारत को कंगारू टीम से 209 रनों की बड़ी हार का भी सामना करना पड़ा. फाइनल मुकाबले के आखिरी दिन भारतीय टीम को जीत के लिए 280 रन और बनाने थे, जिसमें उनके पास कुल 7 विकेट शेष थे. लेकिन टीम इंडिया की बल्लेबाजी पहले ही सत्र में समाप्त हो गई.
5वें दिन के खेल में जब भारतीय टीम बल्लेबाजी करने उतरी तो उसका स्कोर 3 विकेट के नुकसान पर 164 रन था. इसके बाद टीम इंडिया की पारी 234 रन बनाकर सिमट गई. 1 ही सत्र में सभी 7 विकेट गंवाने के बाद भारतीय टीम के बल्लेबाजों को भी आलोचना का सामना करना पड़ रहा है. टीम इंडिया के पूर्व कप्तान सौरव गांगुली ने मैच के बाद कहा कि हमने आखिरी दिन बल्लेबाजों से कुछ ज्यादा ही उम्मीद कर ली थी.
पूर्व बीसीसीआई अध्यक्ष सौरव गांगुली ने फाइनल मुकाबले में हार के बाद स्टार स्पोर्ट्स से बातचीत करते हुए कहा कि हमने आज सुबह जरूरत से अधिक उम्मीद लगा ली थी. 280 रन काफी ज्यादा होते हैं. वह भी जब आपके पास सिर्फ 3 प्रमुख बल्लेबाज ही शेष रह गए हों. 5वें दिन के खेल में विदेशी पिचों में बल्लेबाजी आसान नहीं होती क्योंकि यहां पर गेंद लगातार ऊपर-नीचे होती रहती है और गेंद में मूवमेंट भी देखने को मिलता है. इंग्लैंड या फिर ऑस्ट्रेलिया में 5वें दिन की पिच में दोहरा उछाल देखने को मिलता है. इसी कारण यहां पर कभी भी आखिरी दिन इतने रन नहीं बन सके हैं.
अजिंक्य रहाणे ही दोनों पारियों में अपने प्रदर्शन से किया प्रभावित
लंबे समय के बाद भारतीय टेस्ट टीम में वापसी करने वाले अजिंक्य रहाणे ने टीम इंडिया की दोनों पारियों में अपनी बल्लेबाजी से जरूर थोड़ा प्रभावित किया. रहाणे के बल्ले से पहली पारी में जहां 89 रन देखने को मिले वहीं दूसरी पारी में वह 46 रनों के स्कोर तक पहुंचने में कामयाब रहे.