छत्तीसगढ़

T20 वर्ल्ड कप 2024: टी20 वर्ल्ड कप से रोहित-विराट के बाहर होने की आशंका पर आया बड़ा बयान, जानिए क्या बोले गौतम गंभीर

नईदिल्ली : टी20 वर्ल्ड कप 2024 में रोहित शर्मा और विराट कोहली के नहीं खेलने की आशंका बनी हुई है. इनके पीछे एक नहीं कई अलग-अलग कारण हो सकते हैं. हाल ही में जय शाह ने महिला प्रीमियर लीग के ऑक्शन के इतर इन दिग्गजों की टी20 वर्ल्ड कप में जगह को लेकर जो गोल-मोल जवाब दिया है, उसके बाद से यह कयास और तेज हो गए हैं कि शायद रोहित और विराट की जोड़ी जून में होने वाले टी20 वर्ल्ड कप के लिए बीसीसीआई की योजनाओं में शामिल नहीं है. इस क्रम में अब पूर्व क्रिकेटर गौतम गंभीर ने एक अहम बयान दिया है.

गौतम गंभीर ने कहा है, ‘देखिए, यह सब फॉर्म पर निर्भर करता है. आखिरी में सबकुछ आपकी लय ही होती है. अच्छी बात यह है कि टी20 वर्ल्ड कप आईपीएल के बाद हो रहा है. अगर यह दोनों अच्छी लय में रहते हैं तो 100 प्रतिशत इन्हें टी20 वर्ल्ड कप के लिए भारतीय स्क्वाड में होना चाहिए. मेरे लिए फॉर्म सबसे पहले हैं. टी20 वर्ल्ड कप जैसे टूर्नामेंट के लिए आप उन्हीं खिलाड़ियों को लेना पसंद करोगे जो अच्छी लय में हैं. अगर रोहित और विराट अच्छी फॉर्म में हैं तो निश्चित तौर पर उनका चयन होना चाहिए.’

बता दें कि इससे पहले बीसीसीआई सचिव जय शाह ने इसी तरह के एक सवाल के जवाब में कहा था कि अभी इस बारे में इतनी जल्दी क्या है. टी20 वर्ल्ड कप में लंबा वक्त बाकी है और उससे पहले आईपीएल और अफगानिस्तान टी20 सीरीज है. जय शाह के इस बयान के बाद लगने लगा है कि शायद बीसीसीआई ने अब तक इन दोनों दिग्गजों को टी20 वर्ल्ड कप खिलाने का पक्का मन नहीं बनाया है.

क्यों कम हैं रोहित-विराट के T20 WC खेलने के आसार?
रोहित शर्मा ने टी20 वर्ल्ड कप 2022 के बाद से कोई टी20 इंटरनेशनल मुकाबला नहीं खेला है. यानी उन्हें क्रिकेट के इस फॉर्मेट में इंटरनेशनल मैच खेले एक साल से ज्यादा वक्त बीत चुका है. कुछ ऐसी ही हालत विराट कोहली की भी है. इसके साथ ही रोहित शर्मा पिछले एक-दो सालों में टी20 क्रिकेट में कुछ खास रंग भी नहीं जमा पाए हैं. उधर, विराट जरूर टी20 में भी खूब रन बना रहे हैं लेकिन उनका स्ट्राइक रेट टी20 के लिहाज से थोड़ा कम आंका जा रहा है.

इन तथ्यों के अलावा एक बड़ा फैक्ट यह भी है कि वर्तमान में टीम इंडिया में टी20 क्रिकेट के लिए दमदार काबिलियत रखने वाले युवा खिलाड़ियों की भी अच्छी खासी फौज है, जिन्हें नजरअंदाज करना क्रिकेट बोर्ड के लिए आसान नहीं है.