छत्तीसगढ़

सिंधिया कायर हैं, उसी पार्टी में शामिल हुए जिससे हारे थे, महाराज पर दिग्विजय सिंह का हमला

नईदिल्ली : लोकसभा चुनाव की तारीखों की घोषणा के बाद से ही राजनीतिक पार्टियां एक-दूसरे पर हमलावर हैं। राजगढ़ से लोकसभा प्रत्याशी दिग्विजय सिंह ने एक बार फिर ज्योतिरादित्य सिंधिया को आड़े हाथों लिया है। एक सभा में उन्होंने सिंधिया को अब कायर करार दिया है।

मध्य प्रदेश कांग्रेस सरकार को गिराकर भारतीय जनता पार्टी में शामिल होने वाले ज्योतिरादित्य सिंधिया को कांग्रेस कभी नहीं भूल पाएगी, क्योंकि ये वो क्षण थे जिनमे बड़े ही सालों के बाद मध्यप्रदेश में कांग्रेस ने वापसी करते हुए सरकार बनाई थी। जिसे सिंधिया ने पलीता लगाते हुए 15 माह में ही गिरा दिया।

कांग्रेस के दिग्गज नेता दिग्विजय सिंह की यदि बात करें तो अपने भाषणों में वे कई बार सिंधिया को कायर कहते हुए नजर आए हैं, और इस बार भी उन्होंने यही किया और म्यान से बाहर निकली तलवार का उदाहरण भी दिया।

दरअसल पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह राजगढ़ जिले के दौरे पर हैं और वो एक के बाद एक कांग्रेस पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं की बैठक भी ले रहे हैं। उसी क्रम में शनिवार को उन्होंने ब्यावरा में कांग्रेस पदाधिकारी और कार्यकर्ताओं की बैठक ली उन्हें संबोधित भी किया।वहीं अपने संबोधन में उन्होंने ज्योतिरादित्य सिंधिया का जिक्र करते हुए कहा कि बहादुरी तो वो होती है कि जिससे लड़ाई लड़ रहे हो, जीतो या हारो, लड़ाई जारी रखना चाहिए, जब तलवार म्यान से निकल गई तो वापस क्यों डालते हो।

थोड़े से हिल गए तो वापस से चढ़के लड़ाई शुरू क्यों नहीं करते। अब महाराज सिंधिया जिससे चुनाव हारे जिस पार्टी से उसी में शामिल हो गए। ये बहादुरी की निशानी नहीं है ये कायरता की निशानी है। गौरतलब है कि भारतीय जनता पार्टी ने गुना लोकसभा सीट से ज्योतिरादित्य सिंधिया को उम्मीदवार बनाया है, वहीं राजगढ़ लोकसभा से पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह 33 साल के बाद मैदान में हैं।