छत्तीसगढ़

जो भी लगाए मोदी-मोदी के नारे उसे थप्पड़ मारे जाने चाहिए…, जानें क्यों बिगड़े कर्नाटक कांग्रेस मंत्री के बोल

नईदिल्ली : लोकसभा चुनाव को लेकर इस समय सियासत गरमाई हुई है. एक तरफ जहां राजनीतिक दलों के नेता दल-बदल कर रहे हैं तो वहीं दूसरी ओर पार्टी नेताओं पर झूठे-सच्चे आरोप लगाने का सिलसिला जारी है. इस बीच, कर्नाटक में कन्नड़ और संस्कृति विभाग के मंत्री और कांग्रेस के नेता शिवराज तंगाडागी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के समर्थकों के लिए कुछ ऐसा कह दिया है, जिससे विवाद बढ़ सकता है. नेता का कहना है कि मोदी-मोदी’ के नारे लगाने वाले युवकों और छात्रों को थप्पड़ मारे जाने चाहिए.

विकास का एक काम तक नहीं किया

शिवराज तंगाडागी ने हर साल दो करोड़ नौकरियां देने का वादा पूरा नहीं करने का आरोप लगाते हुए भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) नीत केंद्र सरकार पर भी निशाना साधा है. कन्नड़ एवं संस्कृति मंत्री ने ये भी कहा कि भाजपा को आगामी लोकसभा चुनाव में वोट मांगने के लिए शर्म आनी चाहिए क्योंकि वह विकास के मोर्चे पर भी विफल रही है.

तंगाडागी ने कहा, उन्हें शर्म आनी चाहिए…वे विकास का एक काम तक नहीं कर पाए, फिर किस मुंह से वोट मांग रहे हैं. उन्होंने दो करोड़ नौकरियां देने का वादा किया था. क्या उन्होंने किसी को नौकरी दी? जब नौकरियों के बारे में पूछो तो वे कहते हैं- पकौड़े बेचो, उन्हें शर्म आनी चाहिए. कोप्पल जिले के करातागी में कांग्रेस कार्यकर्ताओं की बैठक को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा, अगर कोई छात्र या युवक अब भी मोदी-मोदी’ कहे तो उन्हें थप्पड़ मारे जाने चाहिए.

बीजेपी ने मंत्री के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की

वहीं बीजेपी के वरिष्ठ नेता और पार्टी के पूर्व राष्ट्रीय महासचिव सी टी रवि ने मंत्री की टिप्पणियों को लेकर कांग्रेस पर निशाना साधा. उन्होंने एक्स’ पर पोस्ट किया, आगामी लोकसभा चुनाव कांग्रेस के बहुत बुरी तरह से हारने को भांपकर, वे निचले स्तर पर पहुंच गए हैं…और वे प्रधानमंत्री मोदी को तानाशाह कहते हैं.

बीजेपी ने निर्वाचन आयोग को याचिका देकर मंत्री के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है. पार्टी ने इसे आदर्श आचार संहिता का स्पष्ट उल्लंघन बताते हुए कहा, कि उन्हें चुनाव प्रक्रिया से और कांग्रेस के पक्ष में प्रचार करने से रोका जाना चाहिए. मंत्री पर कांग्रेस कार्यकर्ताओं को भाजपा मतदाताओं और युवा मतदाताओं के खिलाफ भड़काने का आरोप लगाते हुए राज्य में विपक्षी दल (भाजपा) ने कहा, इससे युवा मतदाताओं में डर पैदा हो सकता है और वे मतदान से दूर रह सकते हैं.