छत्तीसगढ़

ममता बनर्जी का बड़ा दावा, बोलीं- बीजेपी बंगाल में 17 अप्रैल को लोकसभा चुनाव के पहले चरण के मतदान से दो दिन पहले करेगी दंगा

कोलकाता. पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने रविवार को भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि पार्टी 17 अप्रैल को लोकसभा चुनाव के पहले चरण के मतदान से दो दिन पहले ‘दंगा’ करेगी. बनर्जी ने कहा कि ‘भगवान राम आपको दंगा करने के लिए नहीं कहते हैं, लेकिन ये लोग दंगा करेंगे…’. टीएमसी सुप्रीमो ने शनिवार को जांच के लिए राज्य में जांच एजेंसी के आगमन का जिक्र करते हुए यह भी कहा कि भाजपा राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) को भेजकर ‘दंगा’ करेगी. एनआईए अधिकारियों की एक टीम शनिवार सुबह पश्चिम बंगाल के पूर्वी मिदनापुर के भूपतिनगर में एक तृणमूल कांग्रेस नेता के घर पर 2022 विस्फोट मामले की जांच करने गई थी.

उस पर ग्रामीणों ने हमला किया और जांच एजेंसी की टीम की एक कार पर ईंटें फेंकी गईं. ममता बनर्जी ने पुरुलिया में जनता को संबोधित करते हुए कहा ‘रैलियां और बैठकें करें लेकिन दंगे न करें. ये (बीजेपी) ही दंगा करेंगे. 19 अप्रैल को वोटिंग है और ये 17 अप्रैल को दंगा करेंगे. भगवान राम आपको दंगा करने के लिए नहीं कहते हैं, लेकिन ये लोग दंगा करेंगे और दंगा करके वे एनआईए को राज्य में प्रवेश कराएंगे.’ टीएमसी सांसद अभिषेक बनर्जी ने भी ‘भाजपा की साजिश’ और उनकी ‘एनआईए के साथ सांठगांठ’ को उजागर करने की धमकी दी.

ममता बनर्जी का आरोप

एनआईए अधिकारियों ने शनिवार को पूर्व मेदिनीपुर जिले में 2022 विस्फोट मामले में दो स्थानीय टीएमसी नेताओं, मनोब्रत जना और बालचंद्र मैती को गिरफ्तार किया. बंगाल की सीएम ममता बनर्जी ने ‘चुनाव से ठीक पहले’ जांच एजेंसी द्वारा टीएमसी नेताओं की गिरफ्तारी पर सवाल उठाया था. टीएमसी सुप्रीमो ने कहा कि ‘उन्होंने आधी रात को छापा क्यों मारा? क्या उनके पास पुलिस की अनुमति थी? स्थानीय लोगों ने उसी तरह प्रतिक्रिया जताई की जैसे आधी रात को कोई अन्य अजनबी उस स्थान पर आता तो होता. वे चुनाव से ठीक पहले लोगों को क्यों गिरफ्तार कर रहे हैं? बीजेपी क्या सोचती है कि वो हर बूथ एजेंट को गिरफ्तार कर लेगी? एनआईए को क्या अधिकार है? ये सब बीजेपी को समर्थन देने के लिए कर रहे हैं. हम पूरी दुनिया से इस भाजपा की गंदी राजनीति के खिलाफ लड़ने की अपील करते हैं’.

एनआईए की सफाई
जबकि एनआईए ने ‘गैरकानूनी कार्रवाई’ के आरोपों का खंडन किया. जांच एजेंसी ने एक प्रेस रिलीज में यह साफ किया कि उसके कार्य प्रामाणिक, वैध और कानूनी रूप से अनिवार्य थे. यह छापा देशी बमों के निर्माण से संबंधित जघन्य अपराध की चल रही जांच के हिस्से के रूप में मारा गया. पश्चिम बंगाल में पूर्वी मेदिनीपुर जिला में थाना भूपतिनगर के नरूआबिला गांव में एक विस्फोट हुआ था, जिसमें तीन लोगों की मौत हो गई.