छत्तीसगढ़

मुख्तार की मौत के बाद बेटे अब्बास अंसारी को सताने लगा हत्या का डर, खाने में जहर देने की जताई आशंका

बांदा: बांदा जेल में बंद मुख्तार अंसारी की मौत के बाद अब उसके विधायक बेटे अब्बास अंसारी को भी मौत का डर सताने लगा है। उसने कोर्ट में प्रार्थना पत्र देकर खाने की सीसीटीवी की निगरानी में जांच की मांग की है। अब्बास अंसारी का कहना है की जेल में विरोधियों से जान का खतरा है। यह भी कहा गया है कि पिता की हत्या में शामिल लोग जेल प्रशासन से मिलकर कासगंज जेल में मेरी हत्या करवा सकते हैं।

दरअसल, मुख्तार अंसारी की मौत के बाद उसके जनाजे में शामिल होने के लिए अब्बास अंसारी को कोर्ट की अनुमति नहीं मिली थी। इस मामले में सुप्रीम कोर्ट में अर्जी लगाकर पिता को मिट्टी देने के लिए अब्बास ने अनुमति मांगी थी। सुप्रीम कोर्ट द्वारा अब्‍बास अंसारी को गाजीपुर में मुख्तार अंसारी के कब्र पर मिट्टी देने के लिए अनुमति दी गई। आदेश में कहा गया कि 9 अप्रैल को अब्बास अंसारी को गाजीपुर पहुंचाया जाए । कब्र पर फातिहा पढ़ने व अन्‍य अनुष्ठान के बाद 13 अप्रैल को वापस लाया गया।

ऐसे में भारी सुरक्षा के बीच अब्बास अंसारी को गाजीपुर लाया गया था। अब्बास अंसारी ने गाजीपुर में अपने परिवार से मिलने के साथ ही घर से कुछ ही दूरी पर स्थित काली बाग कब्रिस्तान में अपने पिता मुख्तार अंसारी की कब्र पर फातिहा पढ़ा।तीन दिन की पैरोल शुक्रवार को खत्म हो गई। ऐसे में शनिवार को अब्बास अंसारी को प्रिजन वैन में कड़ी सुरक्षा के बीच गाजीपुर जेल से कासगंज जेल के लिए रवाना किया गया।

जहर दिए जाने की जताई आशंका
रिपोर्ट की माने तो 7 दिन पहले हुई पेशी के दौरान अब्बास अंसारी द्वारा कोर्ट में कहा गया कि जेल में मुझे खाने में जहर दिया जा सकता है ऐसे में खाने की भी सीसीटीवी फुटेज में जांच की जानी चाहिए।

अब्बास अंसारी द्वारा जेल में जहर दिए जाने की बात कहे जाने के बाद सीजेएम कोर्ट द्वारा जेल प्रशासन को आदेश दिया गया की बंदी को सीसीटीवी के निगरानी में रखा जाए और खाने की भी जांच सीसीटीवी कैमरे के निगरानी में की जाए।