छत्तीसगढ़

छत्तीसगढ़ : आत्मानंद अंग्रेजी माध्यम काॅलेज, एडमिशन ले चुके सिर्फ 3 छात्रों ने मांगा ट्रांसफर, बाकी 102 ने नहीं दिया जवाब

अंबिकापुर I स्वामी आत्मानंद अंग्रेजी माध्यम आदर्श महाविद्यालय में एडमिशन लेने वाले विद्यार्थियों में से सिर्फ 3 विद्यार्थियों ने हिंदी माध्यम में पढ़ने दूसरे काॅलेज में ट्रांसफर लेने की मांग की है। इससे माना जा रहा है कि बाकी के 104 विद्यार्थियों ने जवाब नहीं दिया है।

उनकी आत्मानंद अंग्रेजी माध्यम आदर्श महाविद्यालय में पढ़ने मौन सहमति है। प्रबंधन ने 1 सितंबर को पूर्व में बीएससी फर्स्ट ईयर में एडमिशन ले चुके विद्यार्थियों की बैठक लेकर उनसे अंग्रेजी माध्यम में पढ़ाई को लेकर सहमति मांगी थी। विद्यार्थियों को दो दिन का समय दिया था।

शनिवार को अंतिम दिन था, लेकिन शाम तक सिर्फ 3 विद्यार्थियों ने लिखित में आवेदन देकर अंग्रेजी माध्यम में पढ़ने असहमति जाहिर की और यहां से दूसरे काॅलेज में अपना ट्रांसफर मांगा। बता दें कि साइंस कालेज को शासन ने स्वामी आत्मानंद अंग्रेजी माध्यम आदर्श महाविद्यालय बना दिया है। इससे यहां फर्स्ट इयर में प्रवेश ले चुके विद्यार्थियों की अब अंग्रेजी माध्यम में पढ़ाई होनी है। इसी को लेकर उनसे सहमति मांगी जा रही है। एडमिशन लेने वाले बाकी के विद्यार्थियों से कोई जवाब नहीं मिलने पर प्रबंधन यह मानकर चल रहा है कि इन्हें कोई आपत्ति नहीं है। हालांकि क्लास में पढ़ाई शुरू हो गई, लेकिन अभी उपस्थिति काफी कम रह रही है।

अंग्रेजी माध्यम पहले बना होता तो संख्या नहीं होती कम

सरगुजा जिले में अंग्रेजी माध्यम वाले एक दर्जन हायर सेकंडरी स्कूल हैं। इन से हर साल लगभग एक हजार विद्यार्थी बारहवीं पास करते हैं। इनमें से 50 फीसदी विद्यार्थी अंबिकापुर में पढ़ाई करते हैं। पहले अंग्रेजी माध्यम काॅलेज नहीं होने से वे मजूबरी में हिंदी माध्यम में एडमिशन लेते थे। अब अंग्रेजी माध्यम काॅलेज का विकल्प होने से ऐसे स्कूलों के विद्यार्थियों को राहत मिलेगी। यदि अंग्रेजी माध्यम कालेज की घोषणा एडमिशन से पहले हुई होती तो छात्रों की संख्या में इतनी दिक्कत नहीं होती।

सभी काॅलेजों से अंग्रेजी माध्यम में पढ़ने वालों की मांगी जानकारी

एडमिशन का प्रथम चरण पूरा होने के बाद आत्मानंद अंग्रेजी माध्यम काॅलेज बनने के बाद विद्यार्थियों की पर्याप्त संख्या होगी कि एक असमंजस की स्थिति बन गई है। इससे उच्च शिक्षा विभाग ने सभी काॅलेजों को पत्र जारी कर ऐसे विद्यार्थियों की जानकारी मांगी है, जो अंग्रेजी माध्यम में अपनी पढ़ाई करना चाह रहे हैं। ऐसे विद्यार्थियों को ट्रांसफर पर स्वामी आत्मानंद अंग्रेजी माध्यम काॅलेज में प्रवेश दिया जा सकता है। हालांकि इसमें कई तरह की तकनीकी दिक्कत भी सामने आने की बात बताई जा रही है।

दूसरे काॅलेज के विद्यार्थी भी ट्रांसफर लेने जानकारी ले रहे
राहत की बात यह है कि इस सत्र में यूजी फर्स्ट ईयर में पढ़ने दूसरे काॅलेजों में एडमिशन लेने वाले कुछ विद्यार्थी भी स्वामी आत्मानंद अंग्रेजी माध्यम महाविद्यालय के बारे में जानकारी लेने प्रबंधन से मिल रहे हैं। शनिवार को ही एक छात्रा यहां पहुंची थी। छात्रा ने एक प्राइवेट काॅलेज में बीएससी बायो में एडमिशन लिया है। उसने प्रबंधन से अंग्रेजी माध्यम में ट्रांसफर लेने की जानकारी ली। इससे माना जा रहा है कि अंग्रेजी माध्यम में बारहवीं करने वाले विद्यार्थी आत्मानंद में एडमिशन लेने पहुंचेंगे।

हिंदी माध्यम में ट्रांसफर लेने आया है सिर्फ 3 आवेदन
आत्मानंद अंग्रेजी माध्यम में नहीं पढ़ने को लेकर आवेदन देने वाले सिर्फ तीन विद्यार्थी ही शामिल हैं। इन्होंने शुक्रवार को ही आवेदन लिखकर दे दिया था। शनिवार को आखिरी दिन था, लेकिन दूसरे बच्चों ने असहमति को लेकर कोई पत्र नहीं दिया है। हालांकि क्लासरूम में उपस्थिति कम दिख रही है। हम मान रहे हैं कि जिन्होंने कोई जवाब नहीं दिया है, वे भी अंग्रेजी माध्यम में पढ़ाना चाहते हैं।
केएल विश्वकर्मा, प्राचार्य, स्वामी आत्मानंद अंग्रेजी माध्यम आदर्श महाविद्यालय, अंबिकापुर