छत्तीसगढ़

कांग्रेस अध्यक्ष चुनाव: J&K का गलत नक्शा पोस्ट कर घिरे थरूर, वायरल होने पर मांगी माफी

नईदिल्ली I कांग्रेस नेता शशि थरूर के मैनिफेस्टो में जम्मू-कश्मीर का गलत नक्शा दिया गया है, जिसकी तस्वीर सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है. गलत नक्शे वाली भारत की तस्वीर वायरल होने के बाद शशी थरूर को माफी मांगनी पड़ी है. किरकिरी होने के बाद शशि थरूर कैमरे से बचने की कोशिश की. हालांकि उन्होंने गलती माना और कहा कि गलती को सुधार लिया गया है. कांग्रेस नेता ने अपने घोषणा पत्र में कहा कि सभी पार्टी को एक ऐसा लीडर चाहिए जो सिर्फ टॉप पर ही काम न करे, बल्कि सभी स्तर पर काम करे.

कांग्रेस को अपनी पार्टी ज़रूर सशक्त करना चाहिए और वो राज्यों में पार्टी के अध्यक्षों को असल अधिकार देकर ही संभव है. उन्होंने यह भी कहा कि ऐसा तभी संभव है जब पार्टी के ग्रास-रूट लेवल के पदाधिकारियों को सशक्त किया जाए. शशि थरूर का मानना है कि बीजेपी की सेंट्रलाइज अथॉरिटी के इतर कांग्रेस पार्टी के नेताओं को उन्हें अपने लेवल पर काम करने का अधिकार देना चाहिए. शशि थरूर का मानना है कि पार्टी के भीतर ग्रासरूट लेवल के पदाधिकारियों तक को अधिकार दिया जाना चाहिए.

अध्यक्ष की लड़ाई खरगे बनाम थरूर

गौरतलब है कि कांग्रेस नेता शशि थरूर ने शुक्रवार को पार्टी के अध्यक्ष पद के लिए अपना नामांकन दाखिल किया है. थरूर गांधी परिवार के विरोधी गुट में से एक हैं. जी-23 समूह के नेता शशि थरूर लंबे समय से पार्टी में बदलाव की मांग करते रहे हैं. माना जा रहा है कि अध्यक्ष पद की लड़ाई मुख्य तौर पर गांधी परिवार के वफादारों में एक मल्लिकार्जुन खरगे और गांधी परिवार के विरोधियों में एक शशि थरूर के बीच होगी. हालांकि इस बीच जी-23 समूह के नेताओं की मीटिंग भी हुई है. गुरुवार रात ही आनंद शर्मा के घर मीटिंग हुई जिसमें समूह के कई वरिष्ठ नेता शामिल हुए थे.

जी-23 ने ही कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी को चिट्ठी लिखकर संगठन में बदलाव की मांग रखी थी. हालांकि संगठन के भीतर भी कई ऐसे नेता हैं जो जी-23 से खफा हैं. दूसरी तरफ मल्लिकार्जुन खरगे की बात की जाए, तो माना जा रहा है कि उन्हें गांधी परिवार का समर्थन हासिल है. ऐसे में अध्यक्ष का चुनाव खरगे के पक्ष में ही माना जा रहा है.