छत्तीसगढ़

बड़ा खुलासा: RSS के 5 नेताओं को निशाना बनाना चाहती थी PFI, केंद्र ने दी Y ग्रेड सिक्योरिटी

नईदिल्ली I प्रतिबंधित कट्टरपंथी संगठन पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआई) को लेकर केंद्रीय खूफिया एजेंसियों ने बड़ा खुलासा किया है. केंद्रीय खूफिया एजेंसियों को यह जानकारी मिली है कि पीएफआई के निशाने पर केरल के 5 आरएसएस नेता हैं. इस पर कार्रवाई करते हुए केंद्रीय गृह मंत्रालय ने उन्हें ‘Y’ श्रेणी की सुरक्षा दी है. सूत्रों के मुताबिक राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने इस बात की जानकारी केंद्रीय गृह मंत्रालय को दी थी. केंद्र सरकार ने हाल ही में इस संगठन को बैन किया है.

सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार एनआईए ने जब पीएफआई के कई दफ्तरों पर छापेमार कार्रवाई की थी तब केरल पीएफआई के सदस्य मोहम्मद बशीर के घर पर कथित तौर पर आरएसएस नेताओं के नाम की एक लिस्ट मिली थी. गृहमंत्रालय को जब यह जानकारी एनआईए ने बताई तब उन्होंने इन नेताओं को सुरक्षा देने का फैसला किया है. इन नेताओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए सरकार ‘Y’ श्रेणी के अंतर्गत अर्धसैनिक बलों को तैनात करेगी.

केंद्र ने लगाया प्रतिबंध

बता दें कि बुधवार को कट्टरपंथी संगठन पीएफआई को केंद्र सरकार ने प्रतिबंधित किया था. यह प्रतिबंध अगले 5 साल तक के लिए लगाया गया है. केंद्र ने इस फैसले के पीछे इस संगठन के आंतकियों से संबंध और सुरक्षा को खतरा बताया था. UAPA के अंतर्गत कुल 9 संगठनों को केंद्र की ओर से ‘गैर कानूनी’ करार दिया है. केंद्रीय एजेंसियां और पुलिस ने पूरे देश में पीएफआई के कई ठिकानों पर छापा मार कार्रवाई की थी. इस दौरान पीएफआई के कई सदस्यों को गिरफ्तार किया था. संगठन के पास करोड़ों रुपये भी मिले हैं जिसे देश के कई क्षेत्रों और विदेशों से इकट्ठा किया गया है.

पिछले महीने हुई थी बड़ी कार्रवाई

एनआईए के नेतृत्व में कई एजेंसियों ने देश में आतंकी गतिविधियों को समर्थन देने के आरोप में 22 सितंबर को 15 राज्यों में 93 स्थानों पर एक साथ छापेमारी कर पीएफआई के 106 पदाधिकारियों को गिरफ्तार किया था. अधिकारियों ने बताया था कि केरल में, जहां पीएफआई के कुछ मजबूत गढ़ हैं, सबसे ज्यादा 22 गिरफ्तारियां की गईं. गिरफ्तार किए गए लोगों में पीएफआई की केरल इकाई के अध्यक्ष सी पी मोहम्मद बशीर, राष्ट्रीय अध्यक्ष ओ एम ए सलाम, राष्ट्रीय सचिव नसरुद्दीन एलमारम, पूर्व अध्यक्ष ई अबूबकर और अन्य शामिल हैं.