छत्तीसगढ़

सौरव गांगुली के खिलाफ बीसीसीआई में किसी ने एक शब्द नहीं बोला, अरुण धूमल का बड़ा बयान

नईदिल्ली I बीसीसीआई के निवर्तमान कोषाध्यक्ष अरुण धूमल ने शुक्रवार (14 अक्तूबर) को अध्यक्ष सौरव गांगुली को लेकर बड़ा बयान दिया। उन्होंने कहा कि गांगुली के खिलाफ बोर्ड में किसी ने एक शब्द भी नहीं कहा है। मीडिया में ऐसी खबरें सामने आई थीं कि नामांकन से पहले एक बैठक में गांगुली के खिलाफ सदस्यों ने बोला था। उनकी कार्यशैली पर सवाल उठाए गए थे। धूमल ने इन खबरों को सिरे से खारिज कर दिया।

धूमल ने आईपीएल चेयरमैन के लिए अपना नामांकन दाखिल कर दिया है। वह 18 अक्तूबर को निर्विरोध इस पद के लिए चुने जाएंगे। 1983 में वर्ल्ड कप जीतने वाली टीम के सदस्य रोजर बिन्नी अध्यक्ष के रूप में गांगुली की जगह लेंगे। वह भी धूमल की तरह निर्विरोध चुने जाएंगे। जय शाह सचिव बने रहेंगे और राजीव शुक्ला को उपाध्यक्ष के रूप में फिर से एक कार्यकाल मिलेगा। आशीष शेलार नए कोषाध्यक्ष और देवजीत सैकिया नए संयुक्त सचिव होंगे।

दादा के खिलाफ सारी खबरें निराधार

धूमल ने कहा कि नामांकन दाखिल करने से पहले किए गए सभी फैसलों में गांगुली पक्षकार थे। उन्होंने कहा, ”कोई भी बीसीसीआई अध्यक्ष आजाद भारत में तीन साल से अधिक समय तक अपने पद पर नहीं रहा है। दादा खिलाफ कुछ सदस्यों के होने वाली सारी खबरें निराधार हैं। किसी ने उनके खिलाफ एक भी शब्द नहीं कहा है। जिस तरह से पिछले तीन वर्षों में कोविड-19 से उत्पन्न चुनौतियों के बावजूद बीसीसीआई को चलाया गया, उससे बोर्ड के सभी सदस्य पूरी टीम से बेहद खुश और संतुष्ट थे।”

धूमल ने आगे कहा, ‘भारत के कप्तान के रूप में दादा (सौरव गांगुली) का बहुत ही विशिष्ट करियर रहा है। वो अब तक के सर्वश्रेष्ठ कप्तानों में से एक हैं। एक प्रशासक के रूप में उन्होंने पूरी टीम को साथ लिया और हमने एक टीम के रूप में काम किया।”

…तो धूमल नहीं होते नई टीम का हिस्सा
धूमल ने यह भी कहा कि अगर गांगुली ने आईपीएल की अध्यक्षता स्वीकार कर ली होती तो वह नई टीम का हिस्सा नहीं होते। गांगुली ने प्रस्ताव नहीं लिया और अब धूमल अगले आईपीएल अध्यक्ष के रूप में बृजेश पटेल की जगह लेंगे। धूमल ने कहा, ”दादा रोजर और नामांकन दाखिल करने गए लोगों के नए समूह के साथ थे। हर चीज पर चर्चा की गई और दादा से भी बात की गई। उन्हें आईपीएल की अध्यक्षता की पेशकश की गई, अगर ऐसा नहीं होता तो रोजर अध्यक्ष नहीं बन पाते।” दरअसल, रोजर बिन्नी की उम्र 67 साल है। अध्यक्ष बनने के लिए अधिकतम आयु 70 साल निर्धारित है।