छत्तीसगढ़

गुजरात का चुनाव कार्यक्रम इसलिए घोषित नहीं किया ताकि पीएम मोदी को और वादे करने का समय मिल जाए, कांग्रेस ने चुनाव आयोग पर लगाए गंभीर आरोप

नईदिल्ली I भारतीय चुनाव आयोग ने आज हिमाचल प्रदेश में चुनाव की तारीखों की घोषणा कर दी. मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने हिमाचल प्रदेश की 68 सीटों पर एक चरण में चुनाव कराने की बात कही. उन्होंने कहा कि 12 नवंबर को वोटिंग होगी और 8 दिसंबर को रिजल्ट जारी किया जाएगा. गुजरात चुनावों की तारीखों की घोषणा नहीं किए जाने से कांग्रेस ने चुनाव आयोग पर गंभीर आरोप लगाए हैं. चुनाव आयोग की प्रेस कॉन्फ्रेंस के बाद कांग्रेस ने आरोप लगाया कि हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव के कार्यक्रम के साथ गुजरात विधानसभा चुनाव की तारीखों की घोषणा केवल इसलिए नहीं की गई ताकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को और बड़े-बड़े वादे करने का समय मिल जाए.

क्या कह रहे हैं कांग्रेस के प्रवक्ता?
कांग्रेस पार्टी के पार्टी महासचिव जयराम रमेश ने ट्वीट किया कि निश्चित तौर पर यह इसलिए किया गया ताकि प्रधानमंत्री को और बड़े वादे करने का समय मिल जाए. यह हैरान करने वाला नहीं है. कांग्रेस प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत ने दावा किया कि गुजरात के चुनावों की तारीख दिवाली के बाद घोषित होंगी. तब तक सरकारी खर्चे पर प्रधानमंत्री मोदी जी भर कर चुनाव प्रचार कर सकते हैं साथ ही रेवड़ियां भी बांट सकते हैं!

कब खत्म हो रहा है विधानसभा का कार्यकाल?
चुनाव आयोग ने आज की प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि वह दोनों प्रदेशों में शांतिपूर्ण और निष्पक्ष चुनाव कराने के लिए प्रतिबद्ध हैं. चुनाव आयुक्त ने अपनी प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि चुनावों में कोविड अब समस्या नहीं है लेकिन वह एहतियाती कदम जारी करेंगे. इस बार के चुनावों में हर मतदान केंद्र पर रैंप, पीने के पानी की व्यवस्था और अन्य सुविधाएं भी उपलब्ध कराई जाएंगी. 

हिमाचल प्रदेश में 17 अक्टूबर को चुनावों के लिए अधिसूचना जारी की जाएगी और नामांकन दाखिल करने की आखिरी तारीख 25 अक्टूबर को है और 29 अक्टूबर तक लोग नामांकन वापस ले सकेंगे. गुजरात विधानसभा का कार्यकाल अगले साल 18 फरवरी को समाप्त हो रहा है. हिमाचल प्रदेश विधानसभा का कार्यकाल आठ जनवरी को समाप्त होगा.