छत्तीसगढ़

अगले कुछ महीनों में जन्म प्रमाणपत्र के साथ ही पैदा हुए बच्चे को मिलेगा AaDHAR नंबर, चल रही तैयारियां

नई दिल्ली । देश में बच्चे के जन्म के साथ ही उसे आधार से जोड़ने का काम तेजी से चल रहा है। अगले कुछ महीनों में इसे पूरे देश में लागू किया जा सकता है। अभी देश के 16 राज्यों में इस पर काम चल रहा है। कुछ जगहों पर जन्म प्रमाणपत्र के साथ ही आधार नंबर भी दिए जा रहे हैं। जल्द ही यह पूरे देश में लागू हो जाएगा।

भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण (UIDAI) सरकारी एजेंसी है। यह देश के प्रत्येक नागरिक का आधार नंबर जारी करती है। उम्मीद है कि अगले कुछ महीनों में देशभर में बच्चे के जन्म प्रमाण पत्र के साथ ही आधार नंबर दिए जाने की प्रक्रिया भी शुरू हो जाएगी।

यूआईडीएआई इस संबंध में कर रहा काम

सरकार का अब उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि जन्म के समय जन्म प्रमाण पत्र के साथ आधार नंबर जारी किया जाए। यूआईडीएआई इस संबंध में भारत के महापंजीयक के साथ काम कर रहा है। प्रक्रिया के लिए जन्म पंजीकरण की कम्प्यूटरीकृत प्रणाली की आवश्यकता होती है और ऐसे राज्य जिनमें पूर्ण कम्प्यूटरीकरण था उन्हें ऑनबोर्ड किया गया है।

तैयारियों में हो रहा ये सब

सूत्रों ने कहा कि 16 राज्यों में जब भी जन्म प्रमाण पत्र जारी किया जाता है, तो यूआईडीएआई सिस्टम पर एक संदेश जाता है। इसके बाद नामांकन आईडी संख्या बनती है। जैसे ही बच्चे के फोटो और पते जैसे विवरण सिस्टम में दर्ज किए जाते हैं। आधार नंबर तैयार हो जाता है।

अभी पांच साल तक के बच्चे का नहीं लिया जाता कोई भी बायोमेट्रिक्स

बता दें कि अभी 5 साल तक के बच्चों के लिए कोई बायोमेट्रिक्स नहीं लिया जाता है। बाद में बच्चे के 5 और 15 साल की उम्र पार करने पर उसे बायोमेट्रिक्स (उंगलियों के निशान) और आंखों की पुतली जैसी पहचान की जानकारी आधार नंबर के साथ जोड़नी होती है।

सरकारी योजनाओं में आधार नंबर का होता है प्रयोग

राज्य और केंद्र सरकार की हजार से अधिक योजनाएं आज भी लाभार्थियों की पहचान और प्रमाणीकरण के लिए आधार कार्ड का इस्तेमाल करती हैं। इनमें से लगभग 650 योजनाएं राज्य सरकारों और 315 केंद्र सरकार द्वारा संचालित योजनाएं हैं। इन सभी योजनाओं में आधार और इसके बायोमेट्रिक प्रमाणीकरण का उपयोग किया जाता है।

गौरतलब है कि देश में अब तक 134 करोड़ आधार नंबर जारी किए जा चुके हैं। पिछले साल इस 12-अंकीय बायोमेट्रिक पहचानकर्ता के लिए अपडेट और नामांकन संख्या लगभग 20 करोड़ जोड़े गए थे। इसमें से 4 करोड़ नए नामांकन थे। इसमें 30 लाख नए वयस्क नामांकन से संबंधित थे।