छत्तीसगढ़

अनिल कुंबले बर्थडे : क्रिकेट में यूं ही जंबो नहीं बने 52 साल के इंजीनियर, पाक क्रिकेटर ने बताया हीरा

नईदिल्ली I अनिल कुंबले भारतीय क्रिकेट के ऐसे स्टार हैं, जिनके बारे में डिस्कस करना रोमांच से भर देता है। ऐसा इसलिए क्योंकि ‘जंबो’ का करियर शानदार होने के अलावा वे एक बेहतरीन इंसान रहे हैं। खास बात ये कि उन्होंने अपने करियर के दौरान एक दुर्लभ अचीवमेंट भी अपने नाम किया, जब टेस्ट मैच की एक पारी में सभी 10 विकेट हासिल करने वाले पहले भारतीय क्रिकेटर / गेंदबाज बन गए। कुंबले ऐसा करने वाले दुनिया के दूसरे बॉलर बने। आज यानी 17 अक्टूबर 2022 को कुंबले 52 साल के हो गए। इस खास मौके पर जानिए कुंबले कि क्रिकेटिंग लाइफ से जुड़ी कुछ रोचक बातें

इंजीनियर कुंबले भारतीय क्रिकेट में ‘जंबो’

स्टार लेग स्पिनर अनिल कुंबले ने मैकेनिकल इंजीनियरिंग में डिग्री हासिल करने के बाद क्रिकेट के मैदान का रुख किया। 22 गज के रंगमंच पर कुंबले ने अपनी फिरकी की ऐसी धुन बिखेरी, जिसके आगे दुनियाभर के बल्लेबाज नतमस्तक हुए। 600 से अधिक टेस्ट विकेट का रिकॉर्ड रखने वाले जंबो जूनियर क्रिकेटर्स के बीच भी काफी लोकप्रिय रहे। उनकी उम्र से लगभग आधे महेंद्र सिंह धोनी को भी उनकी कप्तानी में खेलने का मौका मिला। बाद में धोनी की कप्तानी में भारत ने आईसीसी के तीनों बड़े टूर्नामेंट जीते, जिसके आधार पर उन्हें भारत का सबसे सफल कप्तान माना गया।

कुंबले की विदाई में धोनी ने कंधे पर बिठाया

कुंबले की कप्तानी में खेलने से धोनी को फायदा भी मिला। धोनी में लीडरशिप स्किल विकसित होने का श्रेय अनिल कुंबले की मौजूदगी को दिया जाता है। पूर्व क्रिकेटर श्रीकांत ने एक बार कहा था नेतृत्व का कौशल उन्होंने कुंबले से सीखा। ये छोटी सी घटना बताती है कि कुंबले का कद कितना ऊंचा है। दिलचस्प रिटायरमेंट मैच में कुंबले की विदाई के मौके पर धोनी कुंबले को अपने कंधे पर बिठाकर पूरे मैदान पर राउंड लगाते दिखे थे।

धोनी और आरपी सिंह दोस्त, बेस्ट कप्तान- कुंबले

जंबो की कप्तानी कितनी प्रभावी थी, इसका अंदाजा एक और घटना से मिलता है। 2007 के टी-20 वर्ल्डकप में भारत की युवा टीम गई थी। इसी दौरान बाएं बाथ के तेज गेंदबाज आरपी सिंह और धोनी की दोस्ती गहराती गई। भले ही धोनी और आरपी करीबी दोस्त रहे, एक बार धोनी आरपी सिंह को टीम में शामिल करने के लिए सेलेक्टर्स से भी भिड़ गए, 2009 में हमर H2 एसयूवी खरीदने वाले धोनी आरपी सिंह के साथ रांची पहुंचे थे।

आरपी सिंह ने भी कुंबले की तारीफ की

बता दें कि महेंद्र सिंह धोनी की शादी में बेहद करीबी लोग पहुंचे थे, जिसमें आरपी सिंह भी शामिल रहे। कुंबले के इंपैक्ट के बारे में आरपी सिंह ने एक इंटरव्यू में बताया था कि उन्होंने जिन कप्तानों की लीडरशिप में क्रिकेट खेली उनमें कुंबले सबसे बेहतरीन कैप्टन रहे। कारण बताते हुए आरपी बताते हैं कि जंबो प्लेयर खासकर गेंदबाज की साइकोलॉजी अच्छे से समझते हैं।

15 साल पहले अंग्रेजों के पसीने छुड़ाए

फिरकी गेंदबाजी से दुनियाभर के बल्लेबाजों का पसीना छुड़ाने वाले जंबो के करियर में बतौर बल्लेबाज भी एक रिकॉर्ड शामिल है। कंबले टीम इंडिया के मैच विनर खिलाड़ियों में गिने जाते रहे। आज से 15 साल पहले जब कुंबले अंग्रेजों की गेंदबाजी के सामने बैट थाम कर ओवल क्रिकेट ग्राउंड की 22 गज की पट्टी पर पहुंचे तो किसी ने सोचा भी नहीं होगा कि 10 अगस्त 2007 का दिन ऐतिहासिक बन जाएगा।

बैटिंग में भी कुंबले का कमाल

15 साल पहले इंग्लैंड के खिलाफ उसी की जमीन पर खेले गए टेस्ट मैच में कुंबले और एमएस धोनी के बीच शानदार साझेदारी हुई थी। जिस पिच पर कोई भी बल्लेबाज सेंचुरी नहीं बना सका, वहां कुंबले ने बल्ले से जौहर दिखाया और 16 चौके और एक छक्के की मदद से 110 रनों की शानदार नाबाद पारी खेली। पहली इनिंग में तीन और दूसरी पारी में दो विकेट लेने वाले कुंबले को मैन ऑफ द मैच चुना गया था।

कोटला में कुंबले का जलवा

बात कुंबले की हो और भारत की राष्ट्रीय राजधानी में खेले गए मैच की न हो, ऐसा करीब-करीब असंभव लगता है। फिरोजशाह कोटला ग्राउंड पर चिर प्रतिद्वंद्वी पाकिस्तान के साथ खेले गए मुकाबले में कुंबले ने वह कारनामा कर दिखाया, जो दुर्लभ है। आज तक केवल तीन क्रिकेटरों ने यह मुकाम हासिल किया है, जिसमें कुंबले दूसरे गेंदबाज हैं। उन्होंने पाकिस्तान के तमाम बल्लेबाजों को अपनी फिरकी के आगे पस्त कर दिया और सभी 10 विकेट अपने नाम किए।पिछले साल BCCI ने कुंबले की इस ऐतिहासिक उपलब्धि की दुर्लभ वीडियो ट्वीट किया था।

भज्जी और कुंबले की दोस्ती

23 साल पहले कुंबले ने टेस्ट मैच की दूसरी पारी में 74 रन देकर 10 विकेट हासिल किए थे। उनके साथ खेलने वाले हरभजन इस ऐतिहासिक मैच की दिलचस्प याद शेयर करते हैं। फरवरी 1999 के इस मैच के बारे में हरभजन (भज्जी) बताते हैं कि जब जंबो ने 6-7 विकेट अपने नाम कर लिए तो उन्हें ऐसा लगा कि सभी विकेट उन्हें ही मिलने चाहिए। टेस्ट क्रिकेट में 619 विकेट चटकाने वाले कुंबले दुनिया में चौथे नंबर पर हैं।

क्रिकेट से बड़ा मानवीय रिश्ता

क्रिकेट के मैदान पर भारत और पाकित्सान की प्रतिद्वंद्विता का कोई दूसरा सानी नहीं। कुंबले का कद कितना ऊंचा है इसका एक और उदाहरण सकलैन मुश्ताक से मिलता है। स्पिन बॉलिंग में ऑल टाइम ग्रेट में गिने जाने वाले सकलैन मुश्ताक ने एक बार कुंबले को रत्न करार दिया था। सकलैन ने कुंबले की मदद को याद कर बताया था कि कैसे जंबो ने उनके सामने मदद के हाथ बढ़ाए थे।

कुंबले सकलैन मुश्ताक के तारनहार बने !

सकलैन मुश्ताक कुंबले की मदद के बारे में बताते हैं कि मोतियाबिंद के इलाज में जंबो ने उनकी मदद की थी। उन्होंने बताया कि पाकिस्तान में अच्छे आंख के डॉक्टर की तलाश कर रहे थे, इसी दौरान कुंबले ने उन्हें इंग्लैंड के डॉक्टर भरत रुगानी का पता बताया था। मुश्ताक बताते हैं कि डॉ भरत रुगानी के इलाज से उनकी आंखों की रौशनी लौटी। कुंबले इंसानों के बीच किसी रत्न जैसे हैं।

गौतम गंभीर ने भी मानी कुंबले की काबिलियत

युवा खिलाड़ियों के बीच कुंबले कितने लोकप्रिय हैं, इसका अंदाजा इसी बात से होता है कि हाल ही में गौतम गंभीर ने अपनी ऑल टाइम बेस्ट प्लेइंग इलेवन चुनने के दौरान अनिल कुंबले को टीम का कप्तान बनाया। उनकी टीम में सुनील गावस्कर और कपिल देव जैसे दिग्गजों के नाम भी शामिल हैं। गंभीर ने धोनी को बतौर विकेटकीपर अपनी टीम में शामिल किया। तेज गेंदबाज के रूप में गंभीर ने जवागल श्रीनाथ को भारत का सबसे महान बॉलर करार दिया।

धोनी और कुंबले का रिश्ता

जूनियर खिलाड़ियों को उतना ही सम्मान मिले, उनके मन में किसी प्रकार की हीन भावना न हो, इसकी मिसाल कुंबले का वो बयान है, जिसमें उन्होंने धोनी कि रिटायरमेंट पर बयान दिया था। कुंबले ने कहा था कि धोनी सम्मानजनक विदाई के हकदार हैं। उन्होंने कहा था कि धोनी से चर्चा के बाद उन्हें अच्छी तरह विदा किया जाना चाहिए।

भारत की धरती पर बना इतिहास

अनिल कुंबले से जुड़ा एक दिलचस्प फैक्ट ये भी है कि उन्होंने हमेशा उभरते सितारों का समर्थन और हौसला बढ़ाने का काम किया। इसकी मिसाल उस समय मिली जब न्यूजीलैंड की टीम दिसंबर 2021 में भारत दौरे पर आई थी। भारत के खिलाफ मुंबई में खेले गए टेस्ट मैच में न्यूजीलैंड के स्पिनर अजाज पटेल ने उस दुर्लभ उपलब्धि को अपने नाम किया जो उनसे पहले केवल कुंबले और जिम लेकर के नाम थी।

जब कुंबले ने उभरती प्रतिभा को सराहा

बाएं हाथ के फिरकी गेंदबाज अजाज पटेल ने भारत के खिलाफ भारतीय सरजमीं पर टेस्ट मैच की एक इनिंग में 10 विकेट हासिल किए। कुंबले ने बिना एक भी पल गंवाए अजाज पटेल को बधाई देते हुए ट्वीट किया, वेलकम टू दी क्लब अजाज पटेल। 4 दिसंबर के ट्वीट में कुंबले ने कहा था कि टेस्ट मैच के पहले दो दिनों में सभी 10 विकेट हासिल करने के लिए स्पेशल एफर्ट किए जाने जरूरत थी। शानदार बॉलिंग की।

कुंबले क्रिकेट में बेमिसाल किरदार

इन घटनाक्रमों से स्पष्ट है कि अनिल कुंबले भारतीय क्रिकेट का ऐसा किरदार है जिससे आने वाली कई पीढ़ियां इंस्पायर होंगी। एक शानदार क्रिकेटर होने के अलावा कुंबले बेहतरीन इंसान के रूप में भी लोगों को प्रेरित करते रहेंगे। 17 अक्टूबर को जन्मे अनिल कुंबले भले ही क्रिकेट की फील्ड से रिटायरमेंट के बाद कमेंटेटर के रूप में सक्रिय हैं, लेकिन उनका अनुभव बेमिसाल है।