छत्तीसगढ़

दामाद की पिटाई, फिर कोहली का छक्का, अफरीदी बौखलाकर ये क्या कहने लगे?

नईदिल्ली I क्रिकेट का इतिहास गवाह रहा है कि पाकिस्तान को भारत से हार कभी हजम नहीं हुई. 23 अक्टूबर को मेलबर्न में मिली हार के बाद भी ऐसा ही हुआ. भारत ने पाकिस्तान को 4 विकेट से हराया. लेकिन, इसे स्वीकारने के बजाए, उसने को पेंच ढूढ़ निकाला, जिसे लेकर भारत की जीत, अंपायर के फैसलों पर सवाल खड़े किए जा सके. और, ऐसा करने के लिए वो मैच के आखिरी ओवर में डली एक नो बॉल का बहाना लेकर बैठ गया. पाकिस्तान क्रिकेट के बड़े-बड़े धुरंधरों ने इस नो-बॉल को लेकर आवाज उठाई है और अब उसी में एक नाम शाहिद अफरीदी का भी जुड़ गया है, जिन्होंने सीधे-सीधे अंपायरिंग पर सवाल खड़े किए हैं.

शाहिद अफरीदी ने अंपायर पर निशाना साधते हुए कहा क्या है, वो बताएं उससे पहले जरा नो बॉल वाला पूरा किस्सा जान और समझ लीजिए. दरअसल, ये पूरा मामला भारतीय पारी के आखिरी ओवर की तीसरी गेंद से जुड़ा है. इस गेंद के फेंके जाने तक मैच पाकिस्तान की पकड़ में था. लेकिन इसके बाद जो हुआ, उसने पाकिस्तान से जीत छिनकर भारत की झोली में डालने का काम किया.

नो बॉल पर पाकिस्तान का पारा हाई है

भारतीय पारी के आखिरी ओवर में भारत को 3 गेंदों पर 13 रन बनाने थे. गेंद डाल रहे मोहम्मद नवाज ने ओवर की चौथी गेंद फेंकी, जिस पर विराट कोहली ने छक्का जड़ा, पर छक्का लगाने के बाद उन्होंने स्क्वॉयर लेग के अंपायर से नो बॉल की डिमांड की. स्क्वॉयर लेग पर खड़े एरासमस ने बगैर थर्ड अंपायर से पूछे गेंद की हाईट को देखते हुए उसे नो बॉल दे दिया. और,यहीं पर पाकिस्तान का इक्वेशन खराब हो गया.

अब भारत को 3 गेंदों पर 6 रन बनाने रह गए, जिसे उसने आसानी से हासिल कर लिया. लेकिन, इस एक नो बॉल पर पाकिस्तान उबलने लगा. वसीम अकरम, वकार युनूस जैसे धुरंधर तो सवाल उठा ही रहे थे, अब शाहिद अफरीदी ने भी कह दिया कि अंपायर के पास बाज की नजर नहीं होती. वो चाहते तो थर्ड अंपायर की मदद ले सकते थे.

अंपायर की कोई बाज की नजर नहीं होती- अफरीदी

शाहिद अफरीदी ने अंपायर एरासमस पर निशाना साधते हुए कहा, ” जब से थर्ड अंपायर आया है बहुत सारे रन आउट हैं जहां पर ऑन फील्ड अंपायर्स बस उनकी ओर सिग्नल कर देते हैं . भारत-पाक मैच में वो एक महत्वपूर्ण क्षण था, वहां पर अगर थर्ड अंपायर को रेफर कर देते तो वो आपको बता देते गेंद नो बॉल है या नहीं. लेकिन, आपने फौरन नो बॉल का इशारा कर दिया. इतनी कोई बाज की नजर नहीं होती फील्ड अंपायर की.”

ना देश की टीम मैच जीती, ना चले दामाद

शाहिद अफरीदी की इस बौखलाहट में उनके दर्द को समझा जा सकता है. दरअसल, वो सिर्फ भारत के हाथों पाकिस्तान की हार से झुंझलाए नहीं थे. बल्कि अपने होने वाले दामाद शाहीन अफरीदी की इस मैच में हुई पिटाई से भी आहत थे. ऊपर से उन्हें विकेट भी नहीं मिला था. तो ऐसे में शाहिद अफरीदी का उस नो बॉल वाले मसले पर राग अलापना सही ही है.