कांकेर I छत्तीसगढ़ में भानुप्रतापपुर विधानसभा उपचुनाव में दोपहर 3 बजे तक 64.86 फीसदी वोटिंग दर्ज हुई है। जिसमें पुरुष वोटर 62.86% और महिला मतदाता 66.75 प्रतिशत शामिल हैं। फाइनल आंकड़ा थोड़ी देर बाद आएगा। मतदान सुबह 7 बजे से शुरू हुए थे। प्रत्याशियों की किस्तम ईवीएम में कैद हो चुकी है। 8 दिसंबर को उपचुनाव के नतीजे आएंगे।
256 पोलिंग बूथ में करीब 1 लाख 95 हजार 822 मतदाताओं ने मतदान में भाग लिया। अति संवेदनशील इलाके में स्थित 17 मतदान केंद्रों में एक-एक वोट डलवाना बड़ी चुनौती थी। नक्सल इलाका होने की वजह से लगभग 6 हजार से ज्यादा जवानों की तैनाती की गई थी। मतदान दोपहर 3 बजे तक खत्म हो गया। मशीन में खराबी के चलते जेपरा, लखनपुरी और जाड़ेकुर्से में आधे घन्टे देरी से मतदान शुरू हुआ था
कांग्रेस प्रत्याशी सावित्री मंडावी सुबह 7 बजे मतदान केंद्र पहुंचकर मतदान कीं।उनके साथ पार्टी के कई कार्यकर्ताओं ने भी मतदान किया। सर्व आदिवासी समाज के प्रत्याशी अकबर राम कोर्राम ने उड़कुड़ा पोलिंग बूथ पहुंच अपना वोट डाले हैं। कांग्रेस से सावित्री मंडावी, भाजपा से ब्रम्हानंद नेताम और सर्व आदिवासी समाज से अकबर राम कोर्राम ये तीनों प्रत्याशी चुनावी मैदान में उतरे हैं। भानुप्रतापपुर विधानसभा की जनता वोट देकर इनके भाग्य को EVM में कैद कर रही है। पूरे विधानसभा में 95 हजार 266 पुरूष मतदाता हैं। जबकि, 1 लाख 555 महिला मतदाता हैं। सिर्फ 1 थर्ड जेंडर मतदाता शामिल है। पुरुष वोटर्स की तुलना में महिला वोटर्स की संख्या अधिक है।
6 हजार से ज्यादा जवान तैनात
बस्तर में 2 दिसंबर से माओवादियों का PLGA सप्ताह शुरू हो गया है। ऐसे में हर पोलिंग बूथ में सैकड़ों जवानों की तैनाती की गई थी। CRPF, SDF, DRG, कोबरा, BSF समेत अन्य पुलिस फोर्स के करीब 6 हजार जवान तैनात किए गए थे। पोलिंग बूथ में सुरक्षा बढ़ाई गई थी। एक दिन पहले पोलिंग दल EVM के साथ रवाना हुआ था। जिन्हें सुरक्षित बूथों तक पहुंचाया गया।
भानुप्रतापपुर उपचुनाव में 256 मतदान केंद्र बनाए गए थे, जिसमें 1100 से अधिक कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई गई। 256 में से 82 मतदान केंद्र संवेदनशील के दायरे में थे, जबकि 17 मतदान केंद्र अतिसंवेदनशील के अंतर्गत आते हैं। इसे देखते हुए पुलिस और सुरक्षाबल के जवानों को बड़ी संख्या में तैनात किया गया था। मतदान के नतीजे 8 दिसंबर को आएंगे। भानुप्रतापपुर विधानसभा में 1 लाख 95 हजार 822 मतदाता हैं, जिसमें महिला मतदाताओं की संख्या अधिक है।
चप्पे-चप्पे पर जवानों की तैनाती
कांकेर एसपी शलभ सिन्हा ने बताया कि उपचुनाव को शांतिपूर्ण तरीके से कराने के लिए सुरक्षा की कड़ी व्यवस्था की गई है। भानुप्रतापपुर विधानसभा क्षेत्र के कई इलाके नक्सल प्रभावित हैं, जिसे देखते हुए पुलिस अलर्ट है। वहीं उप निर्वाचन अधिकारी धनंजय नेताम ने बताया कि चुनाव की सारी तैयारी पूरी कर ली गई है। उपचुनाव में 5 संगवारी मतदान केंद्र बनाए गए हैं, जिसमें महिला कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई गई है, वही एक दिव्यांग मतदान केंद्र भी बनाया गया है।